बाबा सिद्दीकी के बाद बिश्नोई गैंग के निशाने पर थे पुणे के एक नेता, झारखंड में हो रही थी फायरिंग प्रैक्टिस

    एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की पृष्ठभूमि में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया है कि पुणे का एक और नेता लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के रडार पर था, जो बाद को खत्म करने की योजना बना रहा था और उसने अपने शूटरों के माध्यम से अपराध को अंजाम देने की जिम्मेदारी दी थी.

    After Baba Siddiqui a Pune leader was on the target of Bishnoi gang firing practice was taking place in Jharkhand
    बाबा सिद्दीकी के बाद बिश्नोई गैंग के निशाने पर थे पुणे के एक नेता, झारखंड में हो रही थी फायरिंग प्रैक्टिस/Photo- ANI

    मुंबई (महाराष्ट्र): एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की पृष्ठभूमि में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया है कि पुणे का एक और नेता लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के रडार पर था, जो बाद को खत्म करने की योजना बना रहा था और उसने अपने शूटरों के माध्यम से अपराध को अंजाम देने की जिम्मेदारी दी थी.

    मुंबई क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पुणे का एक बड़ा नेता भी बिश्नोई गैंग के रडार पर था.

    बिश्नोई गिरोह नेता को मारने की योजना बना रहा था

    अधिकारी ने कहा, "लॉरेंस बिश्नोई गिरोह पुणे के नेता को भी मारने की योजना बना रहा था और अपराध को अंजाम देने की जिम्मेदारी प्लान बी में शामिल शूटरों को दी गई थी."

    अधिकारी के मुताबिक, यह मामला तब सामने आया जब मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक पिस्तौल बरामद की, जिसका इस्तेमाल अपराध को अंजाम देने के लिए किया जाना था.

    क्राइम ब्रांच ने नेता के नाम का खुलासा नहीं किया है

    क्राइम ब्रांच ने नेता के नाम का खुलासा नहीं किया है. बिश्नोई गैंग की योजना का खुलासा होने के बाद क्राइम ब्रांच ने पुणे पुलिस के साथ इनपुट और सूचनाएं साझा कीं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस मामले में आरोपियों ने रेकी की थी या नहीं. 

    मुंबई क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गौरव विलास अपुने नाम के एक शूटर को गिरफ्तार किया. मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा बनाए गए प्लान बी में शूटर के तौर पर शामिल गौरव विलास फायरिंग की प्रैक्टिस करने के लिए झारखंड गया था.

    बैकअप के लिए प्लान बी तैयार किया गया था

    आगे की पूछताछ में, अपुने ने खुलासा किया कि प्लान ए विफल होने की स्थिति में बैकअप के लिए प्लान बी तैयार किया गया था. साथ ही पूर्व में गिरफ्तार एक आरोपी रूपेश मोहोल भी फायरिंग का अभ्यास करने अपुने के साथ झारखंड गया था.

    आगे की पूछताछ में पता चला कि हत्या के मास्टरमाइंड शुभम लोनकर ने 28 जुलाई को मोहोल और अपुने दोनों को जरूरी हथियारों के साथ झारखंड प्रैक्टिस के लिए भेजा था.

    झारखंड में एक दिन फायरिंग का अभ्यास किया

    मुंबई क्राइम ब्रांच के अनुसार, दोनों ने झारखंड में एक दिन के लिए फायरिंग का अभ्यास किया और 29 जुलाई को पुणे लौट आए, जिसके बाद वे फिर से शुभम लोनकर के संपर्क में आए.

    मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी झारखंड में उस सटीक स्थान का पता लगाने की भी कोशिश कर रहे हैं जहां यह अभ्यास किया गया था.

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