पुणे (महाराष्ट्र) : कोंडवा पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार रात को पुणे के बोपदेव घाट इलाके में 21 वर्षीय लड़की के साथ तीन अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर बलात्कार किया.
पुलिस के अनुसार, लड़की अपने दोस्त के साथ घाट पर गई थी, जहां रात करीब 11 बजे तीन अज्ञात आरोपियों ने उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया.
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पुलिस ने कहा- आरोपियों की तलाश जारी
हालांकि, घटना की सूचना शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे पुलिस को दी गई. पुणे के संयुक्त पुलिस आयुक्त रंजन कुमार शर्मा के अनुसार, आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है और आरोपियों की तलाश और गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच और डिटेक्टिव ब्रांच की दस टीमें बनाई गई हैं.
घटना के बाद, एनसीपी-एससीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि यह बहुत ही भयावह घटना है और पुणे और पूरे राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती है.
सुप्रिया सुले महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की, महिला सुरक्षा पर उठाया सवाल
उन्होंने राज्य के गृह विभाग की इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई कार्रवाई न करने के लिए आलोचना की.
"बहुत ही क्रोधित करने वाला! पुणे में क्या हो रहा है? बोपदेव घाट में एक लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई है. पुणे और पूरे राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. गृह विभाग इन घटनाओं को रोकने के लिए कुछ भी करता नहीं दिख रहा है. दुर्भाग्य से, यह कहना पड़ रहा है कि महाराष्ट्र महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है. सरकार को उक्त घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए," सुले ने एक्स में एक पोस्ट में कहा.
शरद पवार ने कहा- महिलाओं पर अत्याचार से लोगों में गुस्सा
एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के कारण लोगों में बहुत गुस्सा है.
पवार ने कहा, "सरकार ने महिलाओं की मदद के लिए लड़की बहन योजना शुरू की. इससे महिलाओं को फायदा हो रहा है. एक तरफ लड़की बहन योजना है तो दूसरी तरफ महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं. एक तरफ लड़की बहन योजना के जरिए महिलाओं को आर्थिक मदद देने की कोशिश हो रही है तो दूसरी तरफ महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों से लोगों में काफी गुस्सा है."
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