Amrit Bharat Trains: भारत में यात्रा के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए रेलवे मंत्रालय ने एक बड़ी योजना तैयार की है. प्रधानमंत्री मोदी के दिशा-निर्देशों के तहत, रेलवे मंत्रालय देशभर में 100 अमृत भारत ट्रेनों का संचालन करने जा रहा है. इन ट्रेनों का उद्देश्य न केवल मिडल क्लास और आर्थिक रूप से कमजोर यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि सफर न केवल तेज़, बल्कि सुरक्षित और किफायती हो. इस योजना को "मेक इन इंडिया" पहल के तहत स्वदेशी तकनीक से तैयार किया जाएगा.
100 नई अमृत भारत ट्रेनें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 जुलाई को बिहार से चार नई अमृत भारत ट्रेनों का उद्घाटन किया. इसके साथ ही, इन ट्रेनों की संख्या सात हो गई है. पहले तीन अमृत भारत ट्रेनें बिहार के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में चल रही थीं. अब चार नई ट्रेनें बिहार के विभिन्न हिस्सों से दिल्ली, लखनऊ और अन्य प्रमुख शहरों के बीच चलेंगी. ये ट्रेनें यात्रियों को एक सुरक्षित, आरामदायक और किफायती यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी.
"मेक इन इंडिया" के तहत बनाई जा रही ट्रेनें
अमृत भारत ट्रेनों को पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से तैयार किया जा रहा है. इन ट्रेनों की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटा होगी, जो यात्रियों को तेज़ और समय पर पहुंचने की सुविधा देगी. रेलवे मंत्रालय का उद्देश्य इन ट्रेनों के माध्यम से मिडल क्लास और गरीब यात्रियों को एक बेहतरीन सफर मुहैया कराना है. आने वाले सालों में, 2026 तक कुल 100 नई अमृत भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी.
यात्रियों को मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
अमृत भारत ट्रेनों में यात्रियों को कई आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी.
इन सुविधाओं का उद्देश्य यात्रियों को एक आरामदायक और आधुनिक सफर का अनुभव देना है, जिससे सफर का समय भी किफायती और आनंदपूर्ण हो सके.
यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता
अमृत भारत ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है. ट्रेनों में EP-असिस्टेड ब्रेक सिस्टम, सील्ड गैंगवे और वैक्यूम इवैक्यूएशन सिस्टम जैसे सुरक्षा उपकरण लगाए गए हैं. साथ ही, ट्रेनों के कोचों में टॉक-बैक यूनिट और फायर डिटेक्शन सिस्टम जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं, जो यात्रियों को और भी सुरक्षित रखती हैं.
कौन से यात्री करेंगे इसका लाभ?
नई अमृत भारत ट्रेनों का संचालन मुख्य रूप से मिडल क्लास और आर्थिक रूप से कमजोर यात्रियों के लिए किया जाएगा. चार नई ट्रेनें हर महीने 5-6 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करेंगी, जिससे यात्रियों का अनुभव और भी बेहतर हो सकेगा. इस योजना से रेलवे का उद्देश्य एक स्मार्ट और सुरक्षित यात्रा नेटवर्क तैयार करना है, जो न केवल सुविधाजनक हो, बल्कि हर किसी के लिए सुलभ भी हो.
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