'अपनी बॉडी का सम्मान करना पड़ता है और आप इससे नहीं लड़ सकते', चोट के बारे में बोले जसप्रित बुमराह

    अपनी हालिया चोट के बाद निराश भारत के कार्यवाहक कप्तान जसप्रित बुमराह ने श्रृंखला में सिडनी के सबसे मसालेदार विकेट पर गेंदबाजी करने का मौका नही मिलने पर अफसोस जताया.

    You have to respect your body and you cant fight it Jasprit Bumrah said about his injury
    जसप्रित बुमराह/Photo- ANI

    सिडनी (ऑस्ट्रेलिया): अपनी हालिया चोट के बाद निराश भारत के कार्यवाहक कप्तान जसप्रित बुमराह ने श्रृंखला में सिडनी के सबसे मसालेदार विकेट पर गेंदबाजी करने का मौका नही मिलने पर अफसोस जताया.

    बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम टेस्ट के दूसरे दिन के दौरान बुमराह की पीठ में ऐंठन होने के बाद भारत को एक बड़ा झटका लगा. स्कैन के लिए जाने के बाद, बुमराह ड्रेसिंग रूम में लौट आए क्योंकि तीसरे दिन बुमराह के शामिल होने को लेकर उम्मीदें बनी हुई थीं.

    बुमराह बल्लेबाजी करने आए तो स्टेडियम झूम उठा

    जब बुमराह बल्लेबाजी के लिए आए तो स्टेडियम खुशी से झूम उठा. जब भारत 157 रन पर सिमट गया तो सभी की निगाहें एससीजी पर टिकी थीं कि क्या बुमराह दूसरी पारी में गेंदबाजी करने आते हैं.

    जब खिलाड़ियों ने एक टीम बनाई, तो बुमराह कहीं नहीं मिले, जिससे गेंद के साथ उनकी अनुपस्थिति की पुष्टि हुई क्योंकि भारत 161 रन का बचाव करने में विफल रहा और 6 विकेट से हार मान ली.

    बुमराह ने स्वीकार किया कि वापस नहीं लड़ सकता

    बुमराह ने अपने हालिया झटके को संबोधित किया और स्वीकार किया कि उन्हें यह स्वीकार करना होगा कि उनका शरीर वापस नहीं लड़ सकता.

    मैच के बाद प्रेजेंटेशन में बुमराह ने कहा, "थोड़ा निराशाजनक है, लेकिन कभी-कभी आपको अपने शरीर का सम्मान करना पड़ता है, और आप अपने शरीर से नहीं लड़ सकते. कभी-कभी आपको स्वीकार करना पड़ता है. सीरीज के सबसे मसालेदार विकेट पर गेंदबाजी करना पसंद करूंगा. पहली पारी के बाद बस थोड़ी असुविधा थी."

    भारत को 3-1 से हार का सामना करना पड़ा

    सीरीज के शुरूआती मैच में पर्थ में 295 रन की जीत तब एक पुरानी याद बनकर रह गई जब भारत को सीरीज में 3-1 से हार का सामना करना पड़ा. ऐसे क्षण आए जब भारत के पास स्थिति को बदलने का अवसर था, लेकिन रनों की कमी ने भारत को प्रभावित किया.

    बुमराह के लिए, भारत की असफल बीजीटी रक्षा एक अच्छी तरह से लड़ी गई श्रृंखला और एक दौरे में आई जो बहुत सारी सीख और अनुभवों के साथ आई.

    आज सुबह की बातचीत विश्वास के बारे में थी

    उन्होंने कहा, "बातचीत विश्वास के बारे में थी. अन्य गेंदबाज भी पहली पारी में आगे बढ़े. आज सुबह की बातचीत भी विश्वास के बारे में थी. बहुत सारे किंतु-परंतु. पूरी श्रृंखला अच्छी तरह से लड़ी गई थी. आज भी हम वहीं थे. यह एक अच्छी तरह से लड़ी गई श्रृंखला थी."

    बुमराह ने कहा, "बहुत सारा अनुभव और सीख. बहुत सारे युवा खिलाड़ी आए हैं और ये सीख हमें भविष्य में मदद करेगी. उन्होंने काफी अनुभव हासिल कर लिया है और वे लगातार मजबूत होते जाएंगे. यह सब अनुकूलन और सीखने के बारे में है. हम सीखों को आगे ले जाना चाहेंगे. यह एक शानदार श्रृंखला थी और ऑस्ट्रेलिया को बधाई. हम फिर से संगठित होंगे और यहां से आगे बढ़ेंगे."

    भारतीय बल्लेबाज लय हासिल करने में विफल रहे

    एक ऐसी श्रृंखला में जहां भारतीय बल्लेबाज अपनी लय हासिल करने में विफल रहे, वहीं जसप्रित बुमराह ने अपने तीखे स्पैल से अधिकांश कमियों को कवर किया. उन्होंने 32 विकेट लेकर अग्रणी विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में श्रृंखला समाप्त की और उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज़ का ताज पहनाया गया.

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