Irani के सामने Amethi में Congress की वापसी क्यों हैं मुश्किल?

    उत्तर प्रदेश का अमेठी लंबे समय से गांधी परिवार का पर्याय रहा है, लेकिन 25 सालों में यह पहली बार होगा कि यहां से गांधी परिवार का कोई सदस्य इस सीट से चुनाव नहीं लड़ेगा. 1967 में अमेठी सीट के आस्तित्व में आने के बाद से गांधी परिवार का गढ़ माना जाता था. अमेठी का प्रतिनिधित्व तब से लगभग 31 सालों तक तक कांग्रेस के ही नेता करते आ रहे हैं

    Amethi Lok Sabha Seat

    लखनऊ: 
    उत्तर प्रदेश (UP) का अमेठी (Amethi) लंबे समय से गांधी परिवार का पर्याय रहा है, लेकिन 25 सालों में यह पहली बार होगा कि यहां से गांधी परिवार का कोई सदस्य इस सीट से चुनाव नहीं लड़ेगा. 1967 में अमेठी सीट के आस्तित्व में आने के बाद से गांधी परिवार का गढ़ माना जाता था. अमेठी का प्रतिनिधित्व तब से लगभग 31 सालों तक तक कांग्रेस के ही नेता करते आ रहे हैं. लेकिन साल 2019 का वो आम चुनाव जिसमें कांग्रेस से इस अभेद्य किले में सेंध लग गई. बीजेपी की स्मृति ईरानी राहुल गांधी को हरा दिया. इस बार यानी 2024 के चुनाव में राहुल गांधी रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. जबकि गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा को अमेठी लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया है. एक रिपोर्ट देखिए.

    बता दें लोकसभा चुनाव 2024 के शुरुआती तीन चरणों की वोटिंग समाप्त हो गई है. 19 अप्रैल को पहले चरण में 102 लोकसभा सीटों के लिए, दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 88 सीटों के लिए और तीसरे 7 मई को तीसरे फेज की वोटिंग पूरी हुई. अब चौथे फेज की वोटिंग 13 मई को होनी है. आखिरी और सातवां चरण 1 जून है. वहीं देशभर के सभी 543 लोकसभा सीटों के नतीजे एक साथ 4 जून को सामने आएंगे.