अमेरिकी राजदूत ने भारत के नाम लिखा 'अंतिम प्रेम पत्र', शाहरुख खान स्टाइल में बोले- 'पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त'

    भारत में अमेरिकी दूत के रूप में अपनी सेवा समाप्त करने से पहले एरिक गार्सेटी ने भारतीय जनता के प्रति अपना प्रेम का संदेश शेयर किया.

    US ambassador Eric Garcetti wrote his last letter to India
    अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी | Photo: X/@USAmbIndia

    नई दिल्लीः भारत में अमेरिकी दूत के रूप में अपनी सेवा समाप्त करने से पहले एरिक गार्सेटी ने भारतीय जनता के प्रति अपना प्रेम का संदेश शेयर किया. एक वीडियो जारी करते हुए, गार्सेटी ने अपने अनुभवों और इस दौरान मिली सीखों को व्यक्त किया और भारत के लिए अपनी स्पेशल प्रेम का इजहार किया.

    मैसेज में क्या बोले गार्सेटी?

    अपने संदेश में गार्सेटी ने कहा, "भारत से विदा लेते हुए मेरा दिल भावनाओं से भरा हुआ है. आपने मुझे एक दूसरा घर, दोस्तों का परिवार और जीवनभर याद रखने योग्य पल दिए हैं." उन्होंने अपनी बात को बॉलीवुड फिल्म 'ओम शांति ओम' के प्रसिद्ध संवाद से समाप्त किया—"पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त!" गार्सेटी ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत-अमेरिका के रिश्तों की ताकत भविष्य में और भी मजबूत होगी.

    गार्सेटी ने अपनी यात्रा की शुरुआत याद करते हुए कहा, "जब मैंने भारत में 26वें अमेरिकी दूत के रूप में कदम रखा, तो मुझे यह घर जैसा महसूस हुआ. मैं जब बच्चा था, तब पहली बार इस अद्भुत देश में आया था. इसके बाद छात्र के रूप में इसे मैंने अपनी कल्पनाओं में महसूस किया. भारत और इसके लोग मेरे दिल में बस गए." उन्होंने भारतीय जनता को धन्यवाद दिया और कहा, "आपने मुझे अपने घरों, दुकानों, स्कूलों और पूजा स्थलों में स्वागत किया. मुझे आपके बीच आकर और आपके त्योहारों, संगीत, कला और भोजन का अनुभव करने का अवसर मिला."

    विभिन्न हिस्सों में बिताए समय को याद किया

    गार्सेटी ने भारत के विभिन्न हिस्सों में बिताए समय को याद किया. उन्होंने 28 राज्यों का दौरा किया . वाराणसी के घाटों में तैरने से लेकर, मेघालय में जीवित रूट्स के पुलों को पार करने, केरल के बैकवाटर्स में नाव की सवारी करने से लेकर, अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट टीम का उत्साहवर्धन करने तक, गार्सेटी ने हर पल का आनंद लिया. 

    उन्होंने मुंबई में युवा लड़कियों के साथ बास्केटबॉल खेलने, हैदराबाद में इतिहास और आधुनिकता का अद्भुत नजारा देखना, कोलकाता की समृद्ध संस्कृति का उत्सव मनाना और चेन्नई के प्राचीन मंदिरों की यात्रा को भी याद किया. इसके अलावा, गार्सेटी ने भारत में पांचवे अमेरिकी कांसुलेट का उद्घाटन किया और बेंगलुरु में एक नए अध्याय की शुरुआत की बात की.

    गार्सेटी ने अपने संदेश में भारतीयों के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा, "आप लोग सिर्फ अद्वितीय नहीं हैं, बल्कि अविस्मरणीय हैं." उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत और अमेरिका के बीच का संबंध आने वाले समय में और भी मजबूत होगा.

    अपने कार्यकाल के समापन पर गार्सेटी ने आशा और विश्वास के साथ भारत से विदाई ली, और कहा कि भारत-अमेरिका के रिश्ते आने वाली पीढ़ियों तक सशक्त और फलते-फूलते रहेंगे.

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