नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के अध्यक्ष मनोज सोनी ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया. उन्होंने कहा है कि इस्तीफे के बाद सामाजिक और धार्मिक कामों पर ध्यान देंगे. 14 दिन पहले उन्होंने अपना इस्तीफा DOPT को भेजा था.
बता दें कि अभी इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है. उनका कार्यकाल मई 2029 तक था. उन्होंने 16 मई 2023 को UPSC के अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी.
विवादों के बीच पद से हटाया गया- जयराम रमेश
मनोज सोनी ने इस्तीफे की जानकारी आने के बाद कहा है कि उनका इस्तीफा ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के विवादों से किसी भी तरह से नहीं जुड़ा है. वहीं, कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने इस्तीफे पर कहा कि, उन्हें UPSC से जुड़े विवादों के बीच पद से हटाया गया है. उन्होंने कहा कि 2014 से अबतक लगातार संवैधानिक बॉडी की शुचिता बुरी तरह प्रभावित हुई है.
मनोज सोनी के कार्यकाल में हुए विवाद
मनोज सोनी के कार्यकाल के दौरान IAS ट्रेनी पूजा खेडकर और IAS अभिषेक सिंह विवादों में रहे. इन दोनों पर OBC और विकलांग कैटेगरी का गलत फायदा उठाकर सिलेक्शन लेने का आरोप लगा. पूजा खेडकर ने लो विजन का हवाला देते हुए विकलांग कैटेगरी से सिलेक्शन हासिल किया था.
UPSC भारत के संविधान में अनुच्छेद 315-323 भाग XIV अध्याय II के तहत संवैधानिक बॉडी है. केंद्र सरकार की ओर से यह आयोग कई परीक्षाएं कराता है. यह हर साल सिविल सेवा परीक्षाएं आईएएस, भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और केंद्रीय सेवाओं- ग्रुप ए और ग्रुप बी में नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है.
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