तस्वीर ये सोचिए—प्रशांत महासागर के बीचों-बीच एक छोटा-सा देश, जहां अब तक हर लेन-देन कैश में होता था. और अब, वहां लगा है पहला ATM! जी हां, हम बात कर रहे हैं तुवालु की—दुनिया के सबसे छोटे और कम आबादी वाले देशों में से एक ने आखिरकार डिजिटल बैंकिंग की ओर पहला कदम रख लिया है.
ATM लगा, तो पीएम ने केक काटकर मनाया जश्न
15 अप्रैल 2025 को तुवालु की राजधानी फुनाफुटी में जैसे ही पहला ATM शुरू हुआ, माहौल बिल्कुल उत्सव जैसा हो गया. खुद प्रधानमंत्री फेलेटी तेओ ATM लॉन्च के मौके पर मौजूद रहे और स्थानीय लोगों के साथ केक काटकर इस ऐतिहासिक पल का जश्न मनाया.
कहां है तुवालु?
प्रशांत महासागर में स्थित, ऑस्ट्रेलिया और हवाई के बीच है. कुल 9 द्वीप, क्षेत्रफल महज 26 वर्ग किलोमीटर. इसकी आबादी लगभग 11,800 से 12,000 है. यह जानकार हैरानी होगी कि यहांअब तक कोई ATM नहीं था, सारा काम कैश और मैनुअल बैंकिंग से होता था
एक ATM, बड़ा बदलाव
नेशनल बैंक ऑफ तुवालु के जनरल मैनेजर सिओसे तेओ ने कहा, “ATM सिर्फ एक मशीन नहीं, एक बदलाव है.” अब देश के हजारों नागरिकों को 24x7 बैंकिंग एक्सेस मिलेगा, खासकर उन लोगों को जो अब तक मैन्युअल प्रोसेस से परेशान थे. ATM सेवा की तकनीकी मदद पैसिफिक टेक्नोलॉजी लिमिटेड ने दी है. कंपनी के निदेशक निसार अली के मुताबिक, “यह तुवालु को बाकी दुनिया से जोड़ने वाला डिजिटल ब्रिज है.”
जलवायु संकट से जूझता स्वर्ग
ATM की खुशी के साथ तुवालु को एक और चिंता भी सता रही है — समुद्र का बढ़ता जलस्तर. यह देश जलवायु परिवर्तन से सबसे ज़्यादा प्रभावित देशों में शामिल है. 2021 में तुवालु तब चर्चा में आया था जब इसके विदेश मंत्री साइमन कोफे ने समुद्र के पानी में खड़े होकर संयुक्त राष्ट्र को जलवायु संकट पर संदेश दिया था. वह तस्वीर दुनिया भर में वायरल हुई थी.
पर्यटन का भी बढ़ रहा आकर्षण
2023 में तुवालु ने 3,000 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का स्वागत किया — यह एक छोटे देश के लिए बड़ी बात है. हालांकि, देश में सिर्फ एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट है और फिजी के लिए कुछ ही फ्लाइट्स हैं. बाकी सफर फेरी और बोट से ही होता है.