जेलेंस्की के युद्धविराम प्रस्ताव से खुश हुए ट्रंप, रूस के खिलाफ यूक्रेन को देंगे अमेरिकी सैन्य मदद?

    अमेरिका ने यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य सहायता प्रदान करने और खुफिया जानकारी साझा करने पर सहमति जताई है. यह निर्णय तब आया जब यूक्रेन ने 30-दिवसीय युद्धविराम प्रस्ताव का समर्थन किया. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि अब रूस के समक्ष यह प्रस्ताव रखा जाएगा.

    Trump happy with Zelenskys ceasefire proposal will US provide military aid to Ukraine against Russia
    डोनाल्ड ट्रंप और वोलोडिमिर जेलेंस्की/Photo- ANI

    वॉशिंगटन: अमेरिका ने यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य सहायता प्रदान करने और खुफिया जानकारी साझा करने पर सहमति जताई है. यह निर्णय तब आया जब यूक्रेन ने 30-दिवसीय युद्धविराम प्रस्ताव का समर्थन किया. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि अब रूस के समक्ष यह प्रस्ताव रखा जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि मॉस्को जल्द ही इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देगा, जिससे शांति वार्ता का अगला चरण शुरू हो सके.

    रूस-यूक्रेन संघर्ष और वर्तमान स्थिति

    रूस ने तीन वर्ष पूर्व यूक्रेन पर सैन्य आक्रमण किया था और वर्तमान में यूक्रेन के लगभग 20 प्रतिशत भूभाग पर नियंत्रण कर चुका है, जिसमें क्रीमिया भी शामिल है. 2014 में रूस ने क्रीमिया को अपने साथ मिला लिया था. अमेरिका का कहना है कि युद्ध का जारी रहना दोनों देशों के नागरिकों के लिए विनाशकारी साबित हो रहा है और इसे जल्द से जल्द समाप्त किया जाना चाहिए.

    रूस की प्रतिक्रिया और शांति वार्ता की जटिलता

    रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही संकेत दे चुके हैं कि वे शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि युद्धविराम को केवल अस्थायी समाधान के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. पुतिन ने अपनी सुरक्षा परिषद से कहा कि संघर्ष विराम केवल दीर्घकालिक शांति सुनिश्चित करने के लिए होना चाहिए, न कि किसी भी पक्ष को पुनर्गठित और पुनः शस्त्रीकरण का अवसर देने के लिए. रूस ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह किसी क्षेत्रीय रियायत को स्वीकार नहीं करेगा और यूक्रेन को उन चार क्षेत्रों से पूरी तरह हटना होगा, जिन पर रूस का वर्तमान में नियंत्रण है.

    आगे की रणनीति

    इस बीच, अमेरिका और उसके सहयोगी इस वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए राजनयिक प्रयास कर रहे हैं. अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि यह वार्ता दीर्घकालिक समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी. हालांकि, यह देखना बाकी है कि रूस इस प्रस्ताव पर क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या दोनों पक्ष किसी साझा समझौते तक पहुंच पाते हैं.

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