शुक्रवार रात एक रेलवे पुल पर दरारें आने के बाद शनिवार को कालका-शिमला हेरिटेज लाइन पर सभी ट्रेन परिचालन निलंबित कर दिया गया.
कुल सात ट्रेनों में से दो ट्रेनें आज तारा देवी स्टेशन पर आएंगी और वापस आएंगी और एक के कंदागजट से लौटने की उम्मीद है लेकिन शिमला तक सभी ट्रेनें निलंबित रहेंगी.
इस मुद्दे पर बात करने के लिए रेलवे स्टेशन से कोई अधिकारी उपलब्ध नहीं था. पर्यटक निराश हैं क्योंकि उन्हें अपना यात्रा कार्यक्रम फिर से निर्धारित करना पड़ा है.
पर्यटक जल्दी यात्रा शुरू करने की मांग कर रहे हैं
कानपुर के एक पर्यटक मोहम्मद सुल्तान ने एएनआई से कहा, "मेरी ट्रेन दोपहर 3:40 बजे थी. कुछ समस्या के कारण सभी ट्रेनें निलंबित कर दी गई हैं. मैं चार दिन पहले आया था और टॉय ट्रेन से यहां पहुंचा. मुझे समझ नहीं आ रहा है कि क्या हुआ है. मैं अपने परिवार के साथ आया हूं. अब यह मुश्किल हो रहा है कि हम कैसे लौटेंगे. वे कह रहे हैं कि रास्ते में कुछ समस्याएँ आ गई हैं."
14 अगस्त, 2023 को समर हिल में रेलवे पुल ढह गया और समर हिल और सोलन के बीच कई स्थानों पर लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई. पिछले साल जुलाई के पहले सप्ताह से अक्टूबर तक ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया था.
पार्षद वीरेंद्र ठाकुर ने उत्तर रेलवे से अनुरोध किया
शिमला नगर निगम के स्थानीय पार्षद वीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि वे इन सेवाओं को बहाल करने के लिए उत्तर रेलवे के डीआरएम से अनुरोध करेंगे.
वीरेंद्र ठाकुर ने कहा, "अस्थायी रेलवे पुल पिछले साल बनाया गया था और तीन महीने के भीतर फिर से शुरू किया गया था. मुझे पता चला कि रेलवे ट्रैक पुल के कोने से खिसकना शुरू हो गया था. कल शाम तकनीकी अधिकारियों ने साइट का दौरा किया और ट्रेनों को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है."
इस हेरिटेज ट्रैक पर रोजाना 8-9 ट्रेनें चलती हैं
ठाकुर ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इस रेलवे ट्रैक को बहाल किया जाए. इस हेरिटेज ट्रैक पर रोजाना 8-9 ट्रेनें चलती हैं. ये ट्रेनें पर्यटकों से भरी होती हैं. हम डीआरएम उत्तर रेलवे से इसे बहाल करने का अनुरोध करेंगे. हमें उम्मीद है कि यह जल्द ही बहाल हो जाएगा.''
बता दें कि, पहली ट्रेन 9 नवंबर, 1903 को शिमला पहुंची. 1970 तक यहां सभी भाप इंजन से चलने वाली ट्रेनें आती थीं और 1970 के बाद सभी ट्रेनें डीजल इंजन से चलने लगीं.
कालका शिमला रेलवे लाइन को 2008 में यूनेस्को की विश्व धरोहर लाइन घोषित किया गया था. पहाड़ों में इस ट्रेन के माध्यम से आने वाले पर्यटकों के बाद यह एक बड़ा पर्यटक आकर्षण रहा है.
पहला विस्टा डोम कोच दिसंबर 2018 में नियमित ट्रेनों में से एक से जोड़ा गया था और इसे दिसंबर 2019 के बाद नियमित रूप से शुरू किया गया था. पिछले साल जुलाई से अक्टूबर के बीच इस हेरिटेज ट्रैक पर ट्रेनें बंद रहीं.
यह भी पढे़ं : तमिलनाडु Hooch tragedy में जान गंवाने वालों के बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठाएगी- 53 मौतें, 7 अरेस्ट