आज जम्मू-कश्मीर दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, 2,700 करोड़ की लागत से बने सोनमर्ग टनल का करेंगे उद्घाटन

    प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) की एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे और सोनमर्ग सुरंग का उद्घाटन करेंगे.

    Today PM Modi will visit Jammu and Kashmir will inaugurate Sonamarg Tunnel built at a cost of Rs 2,700 crore
    प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी/Photo- ANI

    नई दिल्ली: प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) की एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे और सोनमर्ग सुरंग का उद्घाटन करेंगे.

    विज्ञप्ति के अनुसार, पीएम मोदी सुबह करीब 11.45 बजे सोनमर्ग सुरंग का दौरा करेंगे, जिसके बाद इसका उद्घाटन होगा. इस अवसर पर वह सभा को भी संबोधित करेंगे. 

    सुरंग निर्माण में 2,700 करोड़ रुपये की लागत

    लगभग 12 किमी लंबी सोनमर्ग सुरंग परियोजना का निर्माण 2,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है. इसमें 6.4 किमी लंबी सोनमर्ग मुख्य सुरंग, एक निकास सुरंग और पहुंच सड़कें शामिल हैं. 

    समुद्र तल से 8,650 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित, यह लेह के रास्ते में श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी बढ़ाएगा, भूस्खलन और हिमस्खलन मार्गों को दरकिनार करेगा और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लद्दाख क्षेत्र तक सुरक्षित और निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करेगा.

    ये भी पढ़ें- ICC चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम घोषित, इस चोटिल खिलाड़ी को मिली कप्तानी, ग्रीन बाहर

    इससे स्थानीय आजीविका को बढ़ावा मिलेगा

    नव निर्मित सोनमर्ग सुरंग सोनमर्ग को साल भर चलने वाले गंतव्य में बदलकर पर्यटन को भी बढ़ावा देगी, जिससे शीतकालीन पर्यटन, साहसिक खेल और स्थानीय आजीविका को बढ़ावा मिलेगा.

    2028 तक पूरा होने वाली ज़ोजिला सुरंग के साथ, यह मार्ग की लंबाई 49 किमी से घटाकर 43 किमी कर देगी और वाहन की गति 30 किमी/घंटा से 70 किमी/घंटा तक बढ़ा देगी, जिससे श्रीनगर घाटी और लद्दाख के बीच निर्बाध NH-1 कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी.

    बढ़ी हुई कनेक्टिविटी रक्षा रसद को बढ़ावा देगी

    यह बढ़ी हुई कनेक्टिविटी रक्षा रसद को बढ़ावा देगी, और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में आर्थिक विकास और सामाजिक-सांस्कृतिक एकीकरण को बढ़ावा देगी.

    प्रधानमंत्री उन निर्माण श्रमिकों से भी मिलेंगे जिन्होंने इस इंजीनियरिंग उपलब्धि में उनके योगदान को स्वीकार करते हुए सबसे कठिन परिस्थितियों में सावधानीपूर्वक काम किया है.

    ये भी पढ़ें- 'पानी ठंडा है, लेकिन दिल गर्मी से भरा है...' महाकुंभ में आने पर विदेशी श्रद्धालुओं ने ऐसे जताई खुशी

    भारत