The Rubika Liyaquat Show: युद्ध के बीच कैसा है Israel का जन जीवन

    7 अक्तूबर को जब हमास ने हमला किया तो इजराइल में सामान्य जनजीवन रुक गया. अब, देश तीन लक्ष्यों पर केंद्रित है- मृतकों का शोक मनाना, गाजा स्थित आतंकवादियों से लड़ना और कई बंधकों को बचाना. देखें रिपोर्ट-

    पिछले 4 दिनों में सबसे भयावह और दर्दनाक तस्वीरों से मेरा सामना बीते 24 घंटे में हुआ है...ये वो तस्वीरें थी. जिसे मैं तो अपने जिंदगी में कभी नहीं देखा था.जब पहली बार किसी भारतीय चैनल होने के नाते मैं गाजा पट्टी के पास मौजूद फार आज़ा पहुंची तो वहां की हर दीवार. हर सड़क चीख-चीख कर हमास के किए कुकृत्य की कहानी कह रही थी...सबसे पहले आपको वो रिपोर्ट दिखाती हूं .जहां से हमास के आतंकी ने पहला कदम इज़रायल की सरजमी पर 7 अक्टूबर की सुबह रखा था और मैं आपको एक बार फिर बता देना चाहती हूं कि ये वो जगह है जहां कोई भारतीय चैनल अभी तक नहीं पहुंचा. 7 अक्तूबर को जब हमास ने हमला किया तो इजराइल में सामान्य जनजीवन रुक गया. अब, देश तीन लक्ष्यों पर केंद्रित है- मृतकों का शोक मनाना, गाजा स्थित आतंकवादियों से लड़ना और कई बंधकों को बचाना. फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने चेतावनी दी है कि गाजा पट्टी में पानी और बिजली खत्म होने वाली है. लोग मरने के कगार पर हैं. पानी का आपूर्ति करीब-करीब ठप हो गई है. शव रखने के बैग भी खत्म हो रहे हैं. हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं.