Temperature: 45-50 तापमान का शरीर पर पड़ता है ये प्रभाव, इन सावधानी को बरतें!

    Temperature: देश में गर्मी का सितम बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में इस बढ़ते तापमान का आपके शरीर पर क्या असर पड़ेगा और इससे बचने के क्या हैं उपाय. आइए जानते हैं.

    Temperature: 45-50 तापमान का शरीर पर पड़ता है ये प्रभाव, इन सावधानी को बरतें!
    Delhi Recorded Temperature Summer Tips | internet

    Temperature: लगातार बढ़ती गर्मी हर दिन पुराने रिकॉर्ड तोड़ रही है. हर दिन तापमान एक अलग लेवल पर पहुंच जाता है. इससे हर किसी के होश उड़ रहे हैं. बुधवार को दिल्ली के मंगेशपुर में 52.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. उस समय एवरेज टेंपरेचर 45.8 डिग्री था. इतने ज़्यादा तापमान का इंसान के शरीर पर क्या असर पड़ता है? इससे क्या-क्या परेशानियां हो सकती हैं? बढ़ते तापमान से बचने का क्या उपाय है? आइए जानते हैं पूरी जानकारी.

    फेलिक्स अस्पताल के एमडी डॉ. डीके गुप्ता ने बताया कि 52 डिग्री से अधिक तापमान इंसानों के लिए बेहद खतरनाक है. उत्तर भारत में इस समय गर्म हवाएं चल रही हैं.इससे कई तरह के साइड इफेक्ट भी होते हैं. लू के कारण हीट एग्जॉशन और हीट क्रैम्प के मामले बढ़ रहे हैं. वहीं, इससे हीट स्ट्रोक का खतरा भी कई गुना बढ़ गया है.

     खास सावधानी बरतें

    डॉ. डीके गुप्ता ने बताया कि लगातार बढ़ रहे तापमान और गर्म हवाओं के कारण नवजात शिशुओं, छोटे बच्चों और माताओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए. वहीं, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को बहुत सावधान रहना चाहिए. इनके अलावा हाइपरटेंशन, डायबिटीज, अस्थमा, सीओपीडी या किडनी से जुड़ी बीमारियों आदि वाले लोगों को भी सावधान रहना चाहिए. ऐसे लोगों को परेशानी हो सकती है.

    अधिक तापमान से क्या परेशानी होती है ?

    कहा जाता है कि अधिक तापमान के कारण शरीर का थर्मोरेगुलेटरी मैकेनिज्म असंतुलित हो जाता है और उसका नियमन गड़बड़ा जाता है. ऐसी स्थिति में शरीर तापमान को बनाए नहीं रख पाता. इससे 104 से 107 डिग्री फारेनहाइट तक का हाई ग्रेड बुखार हो सकता है. ऐसी स्थिति में दौरे बढ़ सकते हैं. व्यक्ति कोमा या भ्रम में जा सकता है और उसकी मौत हो सकती है.

    बढ़ते तापमान से खुद को कैसे बचाएं?

    डॉ. डीके गुप्ता के मुताबिक.. इस समय हीट स्ट्रोक से बचना बहुत जरूरी है. अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें. खूब पानी पिएं. अधिक तरल पदार्थ पिएं. साथ ही जब तक जरूरी न हो बाहर न निकलें. क्योंकि इस समय स्वास्थ्य संबंधी आपातकाल है. बाहर का तापमान हमारे शरीर के लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है. अगर आपको किसी ज़रूरी काम से बाहर जाना है तो सुबह 10 बजे से पहले और शाम को 6 बजे के बाद ही बाहर निकलें. अगर दोपहर में जाना है तो छाता, चश्मा, टोपी-टोपी आदि ज़रूर पहनें. सनस्क्रीन ज़रूर लगाएँ. एक बार में सारे काम निपटाने की कोशिश न करें. ब्रेक लेने के बाद ही ऐसा करें. क्योंकि तेज़ धूप आपको नुकसान पहुँचा सकती है.

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