मुंबई (महाराष्ट्र): केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को महाराष्ट्र के एक दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे. अपनी यात्रा के दौरान, केंद्रीय मंत्री प्रमुख धार्मिक स्थलों पर रुकेंगे और स्थानीय किसानों के साथ कृषि मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
शिवराज सिंह चौहान सबसे पहले शिरडी में साईं बाबा मंदिर जाएंगे, जहां वह पूजा-अर्चना करेंगे, जिसके बाद वह अहमदनगर के शनि शिंगणापुर मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगे.
किसानों से बातचीत करके अनुभवों पर चर्चा करेंगे
अपने धार्मिक कार्यक्रमों के अलावा, चौहान वहां किसानों से बातचीत कर उनके अनुभवों पर चर्चा करेंगे. वह केवीके बालेश्वर में उनसे मुलाकात करेंगे. सरकारी पहलों को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों के तहत, केंद्रीय मंत्री किसानों को केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न किसान-अनुकूल योजनाओं के बारे में भी जानकारी देंगे.
इससे पहले बुधवार को, केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएम फसल बीमा योजना को 2026 तक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है, उन्होंने कहा कि 2024 में इस योजना से 4 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ हुआ.
पीएम फसल बीमा योजना को बढ़ाने पर सहमति
चौहान ने कहा, "आज, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएम फसल बीमा योजना को 2026 तक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है. कुल बजट 69,515,071 लाख रुपये है. फसल की बुआई से लेकर भंडारण तक जोखिम कवरेज होगा. पिछले साल 8 करोड़ से ज्यादा किसानों के आवेदन मिले थे और 4 करोड़ से ज्यादा किसानों को फायदा हुआ था. किसानों को मिले रुपये दावे के तौर पर 1,70,000 करोड़ रुपये. इस योजना को 2026 तक बढ़ाया जा रहा है."
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने डीएपी का अग्रिम भंडारण करने और रुपये का भंडारण करने का निर्णय लिया है. इसके लिए 3850 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं.
चावल पर न्यूनतम निर्यात मूल्य हटा दिया गया है
उन्होंने कहा, "एक और निर्णय चावल निर्यात करने का है. चावल पर न्यूनतम निर्यात मूल्य हटा दिया गया है. आज भारत और इंडोनेशिया के बीच गैर-बासमती सफेद चावल के व्यापार को लेकर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं. भारत दस लाख मीट्रिक टन गैर-बासमती सफेद चावल का निर्यात करेगा."
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 2021-22 से 2025-26 तक 69,515.71 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना और पुनर्गठित मौसम-आधारित फसल बीमा योजना को 2025-26 तक जारी रखने की मंजूरी दे दी.
इस निर्णय से 2025-26 तक देश भर के किसानों के लिए गैर-रोकथाम योग्य प्राकृतिक आपदाओं से फसलों के जोखिम कवरेज में मदद मिलेगी.
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