महाराष्ट्र के CM शिंदे ने खरगे के बयान को लपका, कहा- हमारी सरकार ने लोगों के खातों में पैसा डाला, पट-पटा पट

    सीएम शिंदे ने हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना की कांग्रेस सरकारों का उदाहरण देते हुए कहा कि इन राज्यों में इस पार्टी के वादे अधूरे रह गए हैं.

    महाराष्ट्र के CM शिंदे ने खरगे के बयान को लपका, कहा- हमारी सरकार ने लोगों के खातों में पैसा डाला, पट-पटा पट
    महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंद और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे | Photo- ANI

    ठाणे (महाराष्ट्र) : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की झूठे वादे न करने की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस की 'खटा-खट' टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि 'खटा खट खटा खटा' करके लोगों को एक भी रुपया नहीं दिया गया और महाराष्ट्र सरकार लोगों के खातों में पैसा डालती है, 'पट-पटा, पट'.

    एक विशेष साक्षात्कार में सीएम शिंदे ने कहा कि कांग्रेस के पास देने का इरादा नहीं है, उन्होंने लोगों से केवल लेना सीखा है.

    सीएम शिंदे ने कहा- लाडली बहना योजना कोई नहीं रोक पाएगा

    सीएम शिंदे ने कहा, "वह (खरगे) सही हैं, क्योंकि उनके पास देने का इरादा नहीं है. उन्हें देना नहीं आता, उन्हें लेना आता है. अगर पीएम मोदी एक रुपया भेजते हैं तो पूरा रुपया डीबीटी (डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर) में चला जाता है. उन्होंने देना नहीं सीखा है. हमने आरबीआई और केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया. हम जीडीपी का 25 प्रतिशत ऋण ले सकते हैं. हमारा ऋण 17.5 प्रतिशत है और हम एफआरबीएम (राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन अधिनियम) के 3 प्रतिशत के भीतर हैं. हम हर दिशा-निर्देश का पालन करते हैं, हमने किसी चीज का उल्लंघन नहीं किया है, इसलिए हमने इसके लिए पूरे साल का बजट रखा है, इसलिए इस योजना को बंद नहीं किया जाएगा. लाडली बहन योजना को कोई नहीं रोक पाएगा."

    शिंदे ने कहा- कांग्रेस के वादे अधूरे, हमारी सरकार ने पैसा दिया पट पटा पट

    हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना का उदाहरण देते हुए सीएम ने कहा कि इन राज्यों से कांग्रेस पार्टी के वादे अधूरे रह गए.

    उन्होंने कहा, "विपक्ष के लिए यह सब अप्रत्याशित था, उन्हें लगता है कि हम सिर्फ कठपुतली हैं. उन्हें नहीं पता था कि हम इतनी बड़ी योजना चलाएंगे और विकास को आगे बढ़ाएंगे. उद्योग जगत भी हम पर भरोसा कर रहा है. हमारी सरकार लोगों के लिए काम करती है और पिछली सरकार अपने लिए काम करती थी, अपनी संपत्ति बनाती थी, अपने फायदे के लिए... उनके कुछ नेता कहते थे, खटा खट खटा खट, एक भी रुपया नहीं दिया. हमारी सरकार ने लोगों के खातों में पैसा डाला, पट-पट, पट."

    इससे पहले, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनाव के लिए तैयार कांग्रेस की राज्य इकाइयों को सलाह दी कि वे अपने बजट के आधार पर गारंटी की घोषणा करें. सीएम शिंदे ने आगे कहा कि नवंबर महीने के लिए लाडली बहन योजना का पैसा अक्टूबर में ही बैंक खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है.

    उन्होंने कहा, "आचार संहिता के कारण लाडली बहन योजना का पैसा रुकना नहीं चाहिए, इसलिए हमने नवंबर का पैसा अक्टूबर में दे दिया. 20 नवंबर को चुनाव हैं, 23 को नतीजे आएंगे. उसके बाद हम दिसंबर का पैसा नवंबर में देंगे, क्योंकि हमारी नीयत साफ है. मेरी लाडली बहन से पूछिए कि उन्हें 1500 रुपये का क्या फायदा हो रहा है. मैं एक गरीब किसान परिवार से हूं. मैंने गरीबी देखी है. मैं सोचता था कि जब भी मुझे सत्ता मिलेगी, मैं अपनी प्यारी बहनों, माताओं, किसानों, भाइयों और बुजुर्गों के लिए कुछ करूंगा... जैसे ही मुझे सत्ता मिली, मैंने अपने दोनों डिप्टी सीएम को बताया कि हमें क्या करना है और हमने किया."

    शिवसेना प्रमुख ने कहा- विपक्ष महाराष्ट्र का चुनाव हारने जा रहा है

    महाराष्ट्र के सीएम ने आगे कहा कि विपक्ष महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हारने जा रहा है. सीएम शिंदे ने कहा, "विपक्ष इसे पचा नहीं पाया है. वे हारने वाले हैं, उन्होंने इसे बदनाम करना शुरू कर दिया है. लाडली बहनें इस योजना का विरोध करने के लिए विपक्ष को माफ नहीं करेगी. मेरा सपना हमारी बहनों को लखपति बनाना है और हम इसे पूरा करेंगे."

    महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने और उन्हें अधिक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने के लिए 17 अगस्त को इस योजना की शुरुआत की. इस योजना का उद्देश्य वित्तीय सहायता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना है, जिसके तहत 21-65 वर्ष की आयु की महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह प्रदान किए जाते हैं, जिनकी वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है.

    यह भी पढ़ें : 'बॉलीवुड के बादशाह' कहे जाने वाले शाहरुख खान 59 साल के हुए, जानें 'फौजी' से 'जवान' तक का सिनेमाई सफर

    भारत