शिमला: शिमला व्यापार मंडल ने सुबह 10 बजे के बीच बाजार बंद का आह्वान किया. दोपहर 1 बजे तक बुधवार को विरोध मार्च के दौरान हिंदू प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग के खिलाफ गुरुवार को यहां प्रदर्शन किया गया.
इस अवधि के दौरान शहर और अन्य उपनगरों में सभी दुकानें बंद हैं. लोअर बाजार क्षेत्र से जिला कलेक्टर कार्यालय तक व्यापारियों द्वारा एक मार्च भी निकाला गया.
लोगों पर लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है
प्रदर्शनकारियों में से एक विनोद लखनपाल ने कहा कि लोगों पर लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "हम यह विरोध कल संजौली की ओर जा रहे हमारे भाइयों पर किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ कर रहे हैं. हम सिर्फ यह कहना चाहते हैं कि लाठीचार्ज सिर्फ सरकार की विफलता को दर्शाता है."
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि विरोध प्रदर्शन दोपहर एक बजे तक किया जाएगा. आज और उसके बाद सरकार ने मांगें नहीं सुनीं तो कार्रवाई की जायेगी.
सरकार प्रदर्शनकारियों के साथ सहानुभूति रखती है- विक्रमादित्य सिंह
संजौली में एक मस्जिद के कथित अवैध निर्माण पर विरोध प्रदर्शन के बाद, हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को कहा कि सरकार प्रदर्शनकारियों के साथ सहानुभूति रखती है और कानून के अनुसार समाधान करना चाहती है.
सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "राज्य के संजौली इलाके में जो विरोध प्रदर्शन हुआ वह चिंताजनक है. सरकार को प्रदर्शनकारियों से सहानुभूति है. हम चाहते हैं कि मुद्दों का समाधान हो और सब कुछ कानून के मुताबिक हो."
उन्होंने कहा, "यह मामला लंबे समय से लंबित है. जहां तक अवैध इमारतों के निर्माण का सवाल है, सरकार ने इस पर संज्ञान लिया है. मैंने विधानसभा में भी दृढ़ता से कहा है कि इस पर निर्णय आते ही कानून के दायरे में रखा जाएगा. कार्रवाई की जाएगी, अगर यह अवैध पाया गया तो इसे ध्वस्त कर दिया जाएगा. लेकिन हमें कानून की प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ना होगा, हम चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश में शांति का माहौल बना रहे."