मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) : समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता एसटी हसन ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश उपचुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की शानदार जीत के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVMs) पर अविश्वास जताते हुए "दोषपूर्ण" चुनाव प्रणाली की आलोचना की.
सपा नेता ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव "अप्रत्याशित" थे और आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश उपचुनावों में पुलिस और प्रशासन समाजवादी पार्टी के मतदाताओं को प्रभावित कर रहे थे.
#WATCH | Moradabad, Uttar Pradesh | Samajwadi Party leader ST Hasan says, "Our electoral system is defective. We do not trust this system...We feel that rigging is being done in the elections. No one expected such a result in Maharashtra where they (Mahayuti) got more than 200… pic.twitter.com/RwuLAvoAQ3
— ANI (@ANI) November 24, 2024
हमें ईवीएम पर भरोसा नहीं, पर्चियों को मिलान की बता कही : हसन
हसन ने कहा, "हम पिछले पांच सालों से यह कह रहे हैं कि हमारी चुनाव प्रणाली 'दोषपूर्ण' है. हमें ईवीएम पर भरोसा नहीं है और जब मैं संसद में था, तो हमने (सपा) प्रस्ताव रखा था कि अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ईवीएम और मतपेटियों दोनों की गिनती की जानी चाहिए और वीवीपैट पर्चियों को मतदाताओं को सौंपकर मतपेटी में डाला जाना चाहिए."
एसटी हसन ने कहा, "महाराष्ट्र में, किसी ने नहीं सोचा था कि एनडीए-गठबंधन 200 सीटें पार कर जाएगा और एमवीए विधानसभा चुनावों में केवल 50 सीटों पर अटक जाएगा. परिणाम अप्रत्याशित थे. ई-वोटिंग प्रक्रिया फर्जी वोटों को रोकने और यह सुनिश्चित करने में प्रभावी प्रतीत होती है कि मतदान प्रक्रिया बाहरी प्रभाव से मुक्त रहे. लोकतंत्र की रक्षा के लिए चुनावी प्रणाली में बदलाव जरूरी है."
महाराष्ट्र में महायुति ने जीत हासिल की, झारखंड में JMM ने
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने जीत हासिल की और झारखंड में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ एक शानदार जनादेश के लिए तैयार है, सत्तारूढ़ दलों ने 48 सीटों और 15 सीटों पर दो लोकसभा सीटों के लिए उपचुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन किया है. झारखंड में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन ने भी शानदार जीत हासिल करके इतिहास रच दिया और यह राज्य में 5 साल के कार्यकाल के बाद सत्ता में लौटने वाला एकमात्र मौजूदा गठबंधन है.
झामुमो ने 34 सीटें जीतीं और उसके सहयोगियों ने 22 और सीटें जीतीं - कांग्रेस ने 16, राजद ने 4 और सीपीआई (एमएल) ने दो. भाजपा ने 21 सीटें जीतीं. झारखंड में 81 सीटों के लिए मतदान हुआ.
48 विधानसभा सीटों और 15 सीटों में से दो लोकसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों में अधिकांश राज्यों में सत्तारूढ़ दलों के लिए भी खबर अच्छी रही, जिसमें तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में सभी सीटों पर जीत हासिल की, कर्नाटक में कांग्रेस, बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए और भाजपा ने उत्तर प्रदेश में मजबूत प्रदर्शन किया.
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने पहले चुनाव में केरल के वायनाड से 4 लाख से अधिक वोटों से लोकसभा उपचुनाव जीता.
यूपी में सीएम योगी के शानदार प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राज्य की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय के बाहर पटाखे फोड़कर जश्न मनाया. शनिवार को भारत के चुनाव आयोग ने 13 राज्यों में 48 विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों के नतीजे घोषित किए, जिसमें भाजपा और उसके सहयोगियों ने अधिकांश सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने केरल के वायनाड और महाराष्ट्र के नांदेड़ की दोनों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की.
उत्तर प्रदेश में भाजपा ने 6 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में जीत हासिल की, और उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (राजद) ने एक सीट जीती, जबकि समाजवादी पार्टी नौ सीटों में से सिर्फ़ दो सीटें जीत पाई. उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में मिली बड़ी जीत के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि इस "ऐतिहासिक जीत" का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को जाता है.
विधानसभा और उपचुनावों में भाजपा और उसके सहयोगियों ने उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान में सबसे ज़्यादा सीटें जीतीं. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पश्चिम बंगाल की सभी 6 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने कर्नाटक की सभी तीन विधानसभा सीटों सहित सिर्फ़ सात सीटें जीतीं. 15 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए.
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