हरिद्वार (उत्तराखंड) : समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में कांग्रेस से ज्यादा मजबूत है AAP, इसलिए उनकी पार्टी ने AAP के साथ खड़े होने का फैसला किया है.
#WATCH | Haridwar: On the INDIA alliance, Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav says "The INDIA alliance is intact. I remember when the INDIA alliance was formed, it was decided that wherever a regional party was strong, the alliance would extend support to them. AAP is strong in… pic.twitter.com/gjINs5aLf5
— ANI (@ANI) January 15, 2025
अखिलेश यादव ने कहा, "बीजेपी के खिलाफ लड़ने वाली क्षेत्रीय पार्टी को इंडिया गठबंधन के नेताओं द्वारा समर्थन दिया जाना चाहिए. दिल्ली में AAP और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं. AAP मजबूत है और हमने उनके साथ खड़े होने का फैसला किया है. सवाल दिल्ली का है और हमारा लक्ष्य है कि बीजेपी हार जाए. कांग्रेस और AAP का भी यही लक्ष्य है."
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अखिलेश ने इंडिया गठबंधन बरकरार रहने की बात कही
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो ने यह भी स्पष्ट किया कि इंडिया गठबंधन बरकरार है.
उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन बरकरार है. मुझे याद है कि जब इंडिया गठबंधन बना था, तो यह तय किया गया था कि जहां भी कोई क्षेत्रीय पार्टी मजबूत होगी, गठबंधन उसे समर्थन देगा."
इससे पहले, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा ने स्वीकार किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया ब्लॉक "बंट जाएगा".
राजा ने कहा, "यह एक तथ्य है कि विपक्ष बंटा हुआ है. यह लोगों को पता है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP अपने दम पर चुनाव लड़ रही है, कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ रही है, वामपंथी दल जहां भी लड़ने में सक्षम हैं, वहां चुनाव लड़ रहे हैं और अन्य दलों में से कुछ दलों ने AAP को समर्थन देने की घोषणा की है. इसलिए, यह एक तथ्य है कि इंडिया ब्लॉक बंटा हुआ है."
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भाजपा नेता बोले- इंडिया ब्लॉक के पास कोई विजन नहीं
कई भाजपा नेताओं ने यह भी दावा किया है कि इंडिया ब्लॉक के पास 'कोई मिशन' नहीं है और यह 'बिखरा हुआ' है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले इंडिया ब्लॉक की आलोचना करते हुए दावा किया था कि गठबंधन 'पूरी तरह से बिखर गया है', उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव और मुंबई नगर निगम चुनाव एक साथ नहीं लड़ने का उदाहरण दिया.
गृह मंत्री शाह ने कहा, "आज इंडिया गठबंधन पूरी तरह से बिखर गया है. मुंबई में चुनाव होने जा रहे हैं और शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. जैसे आपने महाराष्ट्र में हमें शानदार जीत दिलाई, वैसे ही भाजपा की सरकार बनने जा रही है."
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5 फरवरी को होगा दिल्ली चुनाव, नतीजे 8 फरवरी को
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे और वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने पहले ही सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 59 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है.
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी है. नामांकन की जांच की तिथि 18 जनवरी है. उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 20 जनवरी है. दिल्ली में लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस को पिछले दो विधानसभा चुनावों में झटका लगा है और वह एक भी सीट जीतने में विफल रही है. इसके विपरीत, आप ने 2020 के विधानसभा चुनावों में 70 में से 62 सीटें जीतकर अपना दबदबा बनाया, जबकि भाजपा को केवल आठ सीटें मिलीं.
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