समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. रामचरितमानस प्रकरण के बाद एसपी के बयान से मचा बवाल. हिंदू धर्म को धोखा बताने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान की चारों तरफ निंदा होने लगी. बयान पर अयोध्या के साधु-संतों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास (Acharya Satyendra Das) ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य पागल हो गए हैं. वे नहीं जानते कि कैसे बोलना है. स्वामी प्रसाद मौर्य बेतुकी बातें करते हैं.
अयोध्या के महंत परमहंस स्वामी का कहना है कि ‘सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार धर्म और धार्मिक ग्रंथों के साथ जाति को लेकर भी जहरीले बोल बोल रहे हैं. मैं इसी की शिकायत करने सपा मुखिया अखिलेश यादव के पास आया हूं.' या तो उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए या फिर उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए.
#BreakingNews | स्वामी प्रसाद के स्टेटमेंट से साधु संत नाराज, अखिलेश के घर पहुंचे अयोध्या के कई संत
— Bharat 24 - Vision Of New India (@Bharat24Liv) August 29, 2023
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अगर हमारी बात नहीं सुनी गई तो मैं कोर्ट जाऊंगा. स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान से सपा को नुकसान हो रहा है. जबकि स्वामी प्रसाद मौर्य अलग पार्टी बनाने के विचार से इस तरह के बयान दे रहे हैं. अयोध्या के कई संत सपा से जुड़े हैं. सपा ने पहले भी कार्रवाई की थी. स्वामी प्रसाद मौर्य को निर्देश दिया गया, इस तरह की बयानबाजी नहीं होगी.
आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि सपा नेता सोचते हैं कि विवादित बयान देने से वोट मिलेंगे. हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि सपा नेता का बयान हिंदुओं को बांटने की साजिश है. राजू दास ने अखिलेश यादव से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. जगतगुरु राम दिनेशाचार्य आचार्य ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग भारतीय परंपरा के ताने-बाने को मिटाना चाहते हैं. उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की.