मोदी सरकार की योजनाओं से ध्यान भटकाने के लिए संसद में हंगामा किया जाता है: केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल

    भारत 24 के उत्तर प्रदेश के आगरा में आयोजित 'समग्र भारत' कॉन्क्लेव कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने बजट पर बात की और जहां अपनी सरकार की जमकर तारीफ की. वहीं विपक्ष पर जमकर हमलवार हुए. उन्होंने बिहार और आंध्रा को बजट में विशेष पैकेज देने के विपक्ष के दावों को भ्रामक बताया.

    Ruckus is created in Parliament to divert attention from Modi governments plans Union Minister SP Singh Baghel
    Bharat 24 Agra Conclave/Photo- Bharat 24

    नई दिल्ली/आगरा : भारत 24 के उत्तर प्रदेश के आगरा में आयोजित 'समग्र भारत' कॉन्क्लेव कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने बजट पर बात की और जहां अपनी सरकार की जमकर तारीफ की. वहीं विपक्ष पर जमकर हमलवार हुए. उन्होंने बिहार और आंध्रा को बजट में विशेष पैकेज देने के विपक्ष के दावों को भ्रामक बताया.

    सवाल- इस बार जिम्मेदारियों के निर्वहन कुछ नई उर्जा या प्लानिंग?

    एसपी सिंह बघेल का जवाब- इस बार जो काम व्यक्ति को करना चाहिए वो हमेशा पूरी उर्जा के साथ करना चाहिए. 

    सवाल- हम लगातार देख रहे हैं कि विपक्षी पार्टी के सासंद आक्रामक होते हुए नजर आए हैं, कभी राहुल गांधी कभी अखिलेश यादव तो इसके वजह से कोई सत्र शांति से नही चल पा रहा है इसपर आप विपक्ष को क्या कहना चाहेंगे?

    जवाब- लोकसभा की कार्यवाही के दौरान, बजट पर चर्चा के दौरान या राष्ट्रपति के भाषण के दौरान यह सदन ठीक से चलेगा तो देश और दुनिया मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को समझ पाएगी. इसलिए ध्यान हटाने के लिए सदन में हंगामा किया जाता है.

    सवाल- बिहार और आंध्र को जो विशेष पैकेज मिला उसके बाद विपक्षी पार्टा के नेता खास तौर पर सपा के नेता ये कह रहे हैं कि यूपी को नहीं चाहिए क्या विशेष पैकेज?

    जवाब- एक हल्की सी गलती हो गई उसकी वजह से आपको और विपक्ष को ये सवाल मिल गया. वित मंत्री ने बजट पेश करते हुए उदाहरण के तौर पर दो राज्यों का जिक्र कर दिया, एक आंध्रा और एक बिहार. ना वो स्पेशल पैकेज है, ना वो विशेष राज्य का दर्जा है, ना वो कोई अतिरिक्त धन है. संयोग से उन्होंने दो राज्यों का नाम ले लिया उससे ऐसा लग रहा है कि देश का सारा अरबों का बजट केवल दो राज्यों में चला गया है. प्रधानमंत्री जी एक ऐसा चशमा पहनते हैं जिसमें समदर्शिता दिखाई पड़ती है. चाहे भाजपा शासित राज्य हों, NDA शासित राज्य हों या विपक्ष शासित राज्य हो, नीति आयोग जो धन देता है उसका एक फॉर्मूला है जिसमें आबादी 80 प्रतिशत मायने रखती है और क्षेत्र 20 प्रतिशत मायने रखता है. निर्मला जी का भाषण लोगों को सुनना चाहिए जिसमें वो राज्यवार और विभागवार बताईं थीं. आपने कहा पूरे बजट में यूपी का नाम नही है, दिल्ली का यूपी से होकर गुजरता है ये ,बको पता है और यूपी बजट से वंचित हो जाए ऐसा हो सकता है क्या? उत्तर प्रदेश जैसे महान राज्य का खरबों का बजट एक गांव में लग जाए तो उसकी सोने की सड़कें बन जाएंगी. किसी भी राज्य की उपेक्षा नही हुई है. एक मां जिसके 4 बच्चे हैं उनमें एक बीमार है तो मां उसके लिए अलग से दवा और पोषण का इंतजाम करती है ये बिहार के लिए बजट में हुआ तो मैं उसका स्वागत करता हूं. मैं तो कह रहा हूं कि बिहार में तीन AIIMS होने चाहिए. 

    ये भी पढ़ें- नीति आयोग की बैठक से बाहर निकलीं ममता बनर्जी, कहा- माइक म्यूट, 5 मिनट से ज्यादा बोलने की इजाजत नहीं

    भारत