नीतीश कुमार की नकल करने पर निष्कासन पर राजद नेता सुनील सिंह ने कहा, यह लोकतंत्र में काला दिन है

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नकल करने पर विधान परिषद से उनके निष्कासन पर राजनीतिक हंगामे के बीच, राजद नेता सुनील सिंह ने इसे लोकतंत्र में काला दिन करार दिया.

    Rjd leader Sunil Singh said on the expulsion of Nitish Kumar it is a dark day in democracy
    नीतीश कुमार की नकल करने पर निष्कासन पर राजद नेता सुनील सिंह ने कहा, यह लोकतंत्र में काला दिन है/Photo- ANI

    पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नकल करने पर विधान परिषद से उनके निष्कासन पर राजनीतिक हंगामे के बीच, राजद नेता सुनील सिंह ने इसे लोकतंत्र में काला दिन करार दिया.

    मीडिया को संबोधित करते हुए सुनील सिंह ने कहा, "यह दिन हमारे लोकतंत्र में काला दिन के रूप में जाना जाएगा. आज से पहले ऐसा कभी नहीं देखा गया जब आचार समिति ने फर्जी केस बनाकर किसी विधान परिषद सदस्य को निष्कासित कर दिया हो. नीतीश कुमार यही चाहते थे. भ्रष्टाचारियों के खिलाफ, गरीबों और किसानों के लिए आवाज उठाने पर मुझे निष्कासित करें. ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि किसी सदस्य को इस तरह निष्कासित किया जा सके."

    यह निर्णय सभापति और विधान परिषद सचिवालय का है

    निष्कासन के बचाव में, जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा, "उन्हें आचार समिति द्वारा दोषी घोषित किया गया था. अब, अंतिम निर्णय विधान परिषद के अध्यक्ष पर निर्भर है." इसे जोड़ते हुए, जदयू नेता अशोक चौधरी ने इस बात पर जोर दिया कि यह निर्णय सभापति और विधान परिषद सचिवालय द्वारा लिया गया था और सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है.

    अशोक चौधरी ने कहा, "यह सभापति और विधान परिषद सचिवालय का निर्णय है, और किसी को भी इस पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. आचार समिति स्वतंत्र रूप से काम करती है और इसका सरकार से कोई लेना-देना नहीं है. इससे पहले, विधान परिषद से राजद सदस्य रामबली सिंह को निष्कासित कर दिया गया था."

    सुनील सिंह को विधान परिषद से निष्कासित कर दिया गया

    राजद नेता और लालू प्रसाद यादव के करीबी सुनील सिंह को विधान परिषद से निष्कासित कर दिया गया क्योंकि उन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नकल करने का आरोप लगाया गया था.

    विधान परिषद में कथित तौर पर राजद एमएलसी सुनील कुमार सिंह द्वारा सीएम नीतीश कुमार की नकल करने को लेकर बिहार विधान परिषद की आचार समिति से शिकायत की गई थी. कमेटी ने गुरुवार को जांच रिपोर्ट सभापति अवधेश नारायण सिंह को सौंप दी है.

    राजद एमएलसी सुनील कुमार सिंह ने गुरुवार को एएनआई से बात करते हुए कहा, "यह इस सदन के इतिहास में एक काला अध्याय है. ऐसा कुछ भी पहले कभी नहीं हुआ. इस रिपोर्ट को कई साजिशकर्ता तैयार कर रहे थे. रिपोर्ट पेश कर दी गई है और कल हम इस पर विस्तृत चर्चा करेंगे और जो भी निर्णय होगा, मैं सारी जानकारी साझा करूंगा.

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