Ram Sita : बॉलीवुड के गीतकार जावेद अख्तर का वह बयान, जिसने जीत लिया करोड़ों हिंदुओं का दिल

Ram Sita महान गीतकार और शायर जावेद अख्तर का कहना है कि भले वही नास्तिक हैं, लेकिन वह यह मानते हैं कि सिया राम शब्द प्रेम और एकता का प्रतीक है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राम और सीता को इस देश की संपत्ति मानते हैं. इसके साथ जावेद अख्तर ने हिंदुओं को सहिष्णु भी बताया.यह भी कहा कि उन्होंने हिंदुओं से जीना सीखा है. 

हिंदू देवी देवता है सीता राम

उन्होंने ये बातें हाल ही में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे द्वारा आयोजित एक आयोजन में रखीं. यह आयोजन दिवाली के उपलक्ष्य में रखा गया था. इस मौके पर उन्होंने यह कहकर लोगों का दिल जीत लिया कि भगवान राम और सीता न केवल हिंदू देवी-देवता हैं बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत हैं.

भारत में जन्म लेना गर्व

पटकथा लेखक और दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर ने इस मौके पर यह भी कहा कि राम और सीता की भूमि पर जन्म लेने पर वह गर्व महसूस करते हैं. उन्होंने इसके पक्ष में तर्क देते हुए कहा कि जब भी हम भारतीय मर्यादा पुरुषोत्तम की बात करते हैं तो राम और सीता ही याद आते हैं. 

कौन कहता है  गुड मॉर्निंग कौन बोलता है जय सियाराम

जावेद अख्तर ने इस मौके पर उपस्थित लोगों से ‘जय सिया राम’ का नारे लगाने को भी कहा. इस दौरान उन्होंने एक रोचक बात बताई. उन्होंने कहा कि लखनऊ में रहने के दौरान उन्होंने पाया कि  जो अमीर होते थे और वह गुड मॉर्निंग जबकि गरीब या ग्रामीण परिवेश से जुड़ा शख्स जय सियाराम कहता. 

सीता और राम अलग नहीं

जावेद अख्तर ने यह भी कहा कि 'सिया' 'राम' शब्द प्रेम और एकता का प्रतीक है. बेशक सिया और राम को रावण ने सिर्फ एक बार ही अलग किया. ऐसे में सीता और राम को अलग करने वाले रावण ही होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि राम और सीता को अलग करना पाप है.