प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) : महाकुंभ मेला 2025 तैयारियां जोरों पर हैं. इस बार यह मेला इस मायने में भी खास होगा कि वहां आने वाले यात्रियों को आराम करने की भी सुविधा मिलेगी. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार सोने के लिए 300 डीलक्स कमरे तैयार कर रही है. इन यात्रियों को इसके साथ और भी कई सुविधाएं मिलेंगी, मेला प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है.
वहीं यहां होने वाले 6 शाही स्नान खास महत्व रखते हैं.
अधिकारियों के अनुसार, उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) महाकुंभ मेला क्षेत्र में 300 बिस्तरों वाला सोने के लिए डीलक्स कमरे बनाकर अपनी टेंट-आधारित आवास सुविधाएं बढ़ाएगी. जल्द ही शुरू होने वाले इस बड़े पैमाने के प्रोजेक्ट का उद्देश्य आगंतुकों के लिए प्रीमियम आवास सुविधा देना है.
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सोने के कमरों के लिए 3 कैटेगरी के होंगे कुल 50 टेंट
सोने के कमरे के लिए इस बार कुल 50 टेंट होंगे, जिन्हें तीन कैटेगरी में बांटा जाएगा: 20 टेंट जिनमें हर 4 बेड होंगे, 10 टेंट जिनमें प्रत्येक में 6 बेड होंगे और 20 टेंट जिनमें प्रत्येक में 8 बेड होंगे.
सरकार ने महाकुंभ मेला क्षेत्र में टेंट सिटी का निर्माण और संचालन किया है, जिसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों, वीआईपी और आम तीर्थयात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है.
इस डीलक्स छात्रावास में प्रत्येक टेंट का आकार 250 से 400 वर्ग फीट तक होगा. इन टेंटों को यूपीएसटीडीसी द्वारा अरैल में पहले से स्थापित विला और सुपर डीलक्स टेंट के समान उच्च मानकों के अनुसार विकसित और संचालित किया जाएगा.
इससे यह सुनिश्चित होता है कि इन टेंटों में रहने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के समूह महाकुंभ क्षेत्र में एक साथ आरामदायक आनंद लेते हुए विश्वस्तरीय सुविधाओं का अनुभव कर सकें.
डीलक्स टेंट में मिलेंगी कई तरह की सुविधाएं
महाकुंभ मेला क्षेत्र में डीलक्स टेंट में कई तरह की प्रीमियम सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिनमें एयर कंडीशनिंग, गद्दे के साथ डबल बेड, सोफा सेट, कस्टमाइज़्ड इंटीरियर, लेखन डेस्क, गीजर, अग्निशामक यंत्र, रजाई और कंबल, मच्छरदानी, वाई-फाई, भोजन क्षेत्र, आम बैठने की जगह, प्रतीक्षालय और मीटिंग लाउंज शामिल हैं.
मेहमान नदी के शांत दृश्यों का भी आनंद लेंगे, जो एक रमणीय और मनमोहक अनुभव प्रदान करेगा.
आवास के अलावा, यूपीएसटीडीसी कई तरह के गतिविधि पैकेज भी प्रदान करेगा. इनमें संगम बोट राइड, सोफा बोट राइड, केला बोट राइड, क्रूज राइड और प्रयागराज संगम में धार्मिक अनुष्ठानों की व्यवस्था शामिल है.
आगंतुक क्यूरेटेड टूर के माध्यम से प्रयागराज की समृद्ध धार्मिक और पौराणिक विरासत का भी पता लगा सकते हैं.
मेला यात्रियों को खाने को मिलेंगे कई तरह के व्यंजन
पाककला में विविध व्यंजन शामिल होंगे, जिसमें टोस्ट, कॉर्नफ्लेक्स के साथ दूध, मीठा दही, अंकुरित अनाज, ताजे कटे फल, हॉट चॉकलेट शेक, पूरी-सब्जी, दक्षिण भारतीय व्यंजन, पराठे, सब्जियों के साथ थाली और ग्रीन टी, मसाला चाय, नियमित चाय और कॉफी जैसे पेय पदार्थ शामिल होंगे.
मेहमानों को पैकेज के हिस्से के रूप में योग सत्र और सांस्कृतिक कार्यक्रम की जानकारी भी मिलेगी. डीलक्स टेंट मुख्य रूप से 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच संचालित होंगे.
इन टेंट डॉरमेट्री के बारे में बुकिंग, पैकेज विवरण और अतिरिक्त जानकारी जल्द ही यूपीएसटीडीसी की वेबसाइट और महाकुंभ मेला ऐप पर उपलब्ध होगी.
महाकुंभ 2025 के शाही स्नान की तिथियां
मकर संक्रांति- 14 जनवरी 2025.
मौनी अमावस्या - 29 जनवरी 2025.
बसंत पंचमी- 3 फरवरी 2025.
माघ पूर्णिमा - 13 फरवरी 2025.
महाशिवरात्रि- 26 फरवरी 2025.
इस आयोजन में शाही स्नान क्यों होते हैं खास
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ में शाही स्नान देशभर के साधु-संतों के लिए खास महत्व रखता है, वे इसका इंतजार करते हैं. यह खास तिथियों में आयोजित होता है. ज्यादातर अखाड़ों के साधु-संत इन स्नानों की तारीखों के इंतजार में रहते हैं, वे इसे बहुत महत्व देते हैं. इन दिनों श्रद्धालु भी काफी संख्या में स्नान करके पुण्य हासिल करना चाहते हैं.
शाही स्नान का धार्मिक महत्व-हिंदू धर्म में खास
ऐसी मान्यता है कि प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम के तट पर स्नान से पुण्य की प्राप्ति होती है और इसमें स्नान करने वाले को जीवन में शुभता फल प्राप्त होते हैं. मोक्ष मिलती है और पापों से मुक्ति प्राप्त होती है. शास्त्रों की मानें तो, शाही स्नान का साधु-संतों और नागा साधुओं के लिए खास महत्व रखते हैं. यह कुंभ मेला की परंपरा में हमेशा से महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं.
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