राजनीति की जंग में BJP की सबसे बड़ी ताकत को समझिए

    बीजेपी की तैयारी भी अब सिर्फ हिंदुत्व पर टिकी होने की बजाय जातिबंधन के पुराने फॉर्मूले को सोशल इंजीनियरिंग के नायाब चोले में ओढ़ा कर वोट साधने की ओर बढ़ रही.

    Political Corridor शो की तस्वीर | Bharat 24

    नई दिल्ली : शोर, हंगामे और नारों की इस जंग में इन शब्दों की गूंज साफ सुनी जा सकती है. लोकसभा चुनाव के नतीजों पर इन शब्दों का असर साफ दिखाई दिया और इसीलिए ये लड़ाई आगे और तेज़ होगी इसमें कोई शक नहीं क्योंकि यूपी में राहुल अखिलेश की जोड़ी को पिछड़ा-दलित गठजोड़ का पूरा फ़ायदा मिला तो महाराष्ट्र में भी इसका असर कम नहीं और आनेवाले दिनों में महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं तो INDIA गठबंधन इसी के सहारे बीजेपी को चुनावी चौसर पर मात देने की रणनीति बना रहा है.

    दूसरी ओर बीजेपी की तैयारी भी अब सिर्फ हिंदुत्व पर टिकी होने की बजाय जातिबंधन के पुराने फॉर्मूले को सोशल इंजीनियरिंग के नायाब चोले में ओढ़ा कर वोट साधने की ओर बढ़ती दिख रही है. आप ये मत समझिएगा कि ये लड़ाई नई होगी, लड़ाई वही है दशकों पुरानी और तब से चली आ रही है जब ये कहा गया कि मिले मुलायम कांशाीराम हवा हो गए जय श्रीराम, तो गांवों के गलियारे से निकल कर राजनीति की गलियों में गूंज रहे इस शोर को डिकोड करेंगे आज के पॉलिटिकल कॉरिडोर में. 

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