Sanjay Singh on Swati Maliwal-Vibhav Kumar case
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (AAP) नेता और सांसद स्वाति मालीवाल के अरविंद केजरीवाल के पीए द्वारा उनसे मारपीट और अभद्रता के आरोपों पर मंगलवार को आम आदमी पार्टी (AAP) नेता और सांसद संजय ने घटना को निंदनीय बताया. उन्होंने स्वीकारा कि सीएम केजरीवाल के पीए विभव कुमार ने उनके साथ बदतमीज़ी और अभद्रता की. हम सभी स्वाति मालीवाल के साथ हैं.
गौरतलब है कि एक दिन पहले आप सांसद स्वाति मालीवाल, सीएम केजरीवाल से मिलने उनके आवास पर गई थीं, जहां पर मुख्यमंत्री के पीए विभव कुमार ने उनके साथ बदतमीजी और अभद्रता की है. आप सांसद मालीवाल ने मामले की शिकायत पुलिस से की है.
यह भी पढे़ं : CBSE 12वीं की परीक्षा में फेल होने के बाद ईस्ट दिल्ली में छात्र ने की आत्महत्या
स्वाति मालीवाल के आरोप पर संजय सिंह का बयान pic.twitter.com/gc2VopzlMk
— AAP (@AamAadmiParty) May 14, 2024
आप नेता संजय सिंह ने स्वाति मालीवाल के आरोपों और पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा, "कल एक बेहद निंदनीय घटना घटी. कल सुबह अरविंद केजरीवाल के आवास पर स्वाति मालीवाल उनसे मुलाकात करने पहुंची थीं, वह ड्राइंग रूम में इंतज़ार कर रही थीं, तभी विभव कुमार (अरविंद केजरीवाल के PA) वहां आए और उन्होंने स्वाति मालीवाल के साथ बहुत बदतमीज़ी और अभद्रता की. इस पूरे मामले की जानकारी स्वाति मालीवाल ने पुलिस को दी है. इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. अरविंद केजरीवाल ने पूरी घटना को संज्ञान में लिया है और सख्त कार्रवाई करने को कहा है."
उन्होंने कहा, "जहां तक स्वाति मालीवाल का प्रश्न है. उन्होंने देश और समाज के लिए बड़े काम किए हैं. वह हमारी पार्टी की पुरानी और सीनियर लीडर में से एक हैं. हम सब उनके साथ हैं और निश्चित रूप से ये जो पूरा प्रकरण हुआ है, इसको मुख्यमंत्री ने गंभीरता से संज्ञान में लिया है व इस पर कार्रवाई करेंगे. आम आदमी पार्टी ऐसे लोगों का समर्थन नहीं करती है."
दिल्ली पुलिस ने कहा- स्वाति मालीवाल ने हमसे संपर्क नहीं किया है
इस बीच, दिल्ली पुलिस के मुताबिक, स्वाति मालीवाल ने अभी तक अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए दिल्ली पुलिस से संपर्क नहीं किया है. पुलिस ने कहा कि वह शिकायत के लिए कुछ और समय इंतजार करेंगी और अगर स्वाति मालीवाल की ओर से अभी भी कोई शिकायत नहीं मिलती है तो दिल्ली पुलिस उनसे संपर्क कर सकती है.
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पीसीआर कॉल का मतलब आपात स्थिति में पुलिस से मदद मांगना है न कि कोई शिकायत दर्ज करना है. "शिकायत तभी दर्ज की जाती है जब शिकायतकर्ता पुलिस स्टेशन में लिखित रूप से अपनी शिकायत दर्ज कराता है, इस मामले में भी स्वाति मालीवाल ने सिर्फ जानकारी दी है. जब तक लिखित शिकायत दर्ज नहीं की जाती है, दिल्ली पुलिस न तो कोई शिकायत दर्ज कर सकती है और न ही कोई एफआईआर."
नगर निगम की कार्यवाही के दौरान बीजेपी पार्षदों ने मामले पर किया हंगामा
इससे पहले आज, आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल के साथ कथित मारपीट के मुद्दे और दलित मेयर की 'नियुक्ति की मांग' को लेकर भाजपा के पार्षदों के हंगामे के बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन की कार्यवाही मंगलवार को बिना किसी चर्चा के स्थगित कर दी गई.
हाथों में तख्तियां लिए बीजेपी के पार्षदों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारे भी लगाए.
सदन स्थगित होने के कुछ घंटों बाद, दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने बताया, "बीजेपी के सभी पार्षदों ने सदन के अंदर हंगामा किया...उन्होंने एमसीडी के मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं होने दी...पिछले 1- डेढ़ साल में बीजेपी ने स्थायी समिति, विशेष समिति, वार्ड समिति का गठन नहीं होने दिया..."
स्वाति मालीवाल ने पुलिस से संपर्क किया लेकिन शिकायत नहीं दर्ज कराई
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा था कि मुख्यमंत्री आवास पर स्वाति मालीवाल के खिलाफ कथित हमले के संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है.
डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने कहा, "लगभग 9.34 बजे, हमें एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें कॉल करने वाले ने कहा कि उन पर सीएम आवास के अंदर हमला किया गया है. उसके मुताबिक, स्थानीय पुलिस ने कॉल का जवाब दिया और SHO और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. कुछ समय बाद, सांसद स्वाति मालीवाल वह थाना सिविल लाइन आईं और बिना कोई शिकायत दिए थाने से चली गई. इस मामले में अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है.''
यह घटनाक्रम राष्ट्रीय राजधानी में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जेल से रिहाई के बाद सामने आया है.
सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें (अरविंद केजरीवाल) 1 जून तक अंतरिम जमानत दी है. दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर 25 मई को मतदान होगा. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रही हैं. समझौते के मुताबिक, इंडिया गठबंधन के तहत AAP 4 सीटों पर और कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
यह भी पढे़ं : खाने-पीने की चीजों, ऊर्जा की कीमतों में इजाफा- अप्रैल में थोक महंगाई और बढ़ी