नर्मदा (गुजरात): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विपक्ष की आलोचना करते हुए दावा किया कि 70 वर्षों तक बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान पूरी तरह से लागू नहीं किया गया और संविधान का नाम जपने वालों पर इसका अपमान करने का आरोप लगाया.
उन्होंने इस विफलता के लिए जम्मू-कश्मीर में 'अनुच्छेद 370 की दीवार' को जिम्मेदार ठहराया और घोषणा की कि अनुच्छेद 370 को हमेशा के लिए दफन कर दिया गया है.
सात दशक बाद एक देश, एक संविधान का संकल्प पूरा
गुजरात के केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज पूरे देश को खुशी है कि आजादी के सात दशक बाद एक देश, एक संविधान का संकल्प पूरा हुआ है. यह सरदार साहब को मेरी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है. 70 साल तक बाबा साहब अंबेडकर का संविधान पूरे देश में लागू नहीं हुआ, संविधान का नाम जपने वालों ने इसका इतना अपमान किया है."
उन्होंने कहा, "वजह थी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की दीवार. धारा 370 हमेशा के लिए दफन हो गई है. पहली बार इस विधानसभा चुनाव में बिना भेदभाव के वोटिंग हुई. पहली बार वहां के मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान पर शपथ ली है. इस दृश्य से भारतीय संविधान निर्माताओं को बहुत संतुष्टि मिली होगी, उनकी आत्मा को शांति मिली होगी और यह संविधान निर्माताओं को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि है."
एकता के प्रयासों को उत्साह के साथ मनाने का आग्रह किया
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक भारतीय से एकता और अखंडता की दिशा में चल रहे प्रयासों को उत्साह के साथ मनाने का आग्रह किया.
उन्होंने एकता को बढ़ावा देने में भाषा की भूमिका पर प्रकाश डाला और नई शिक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि यह इस उद्देश्य के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का एक चमकदार उदाहरण है.
आज सरकार के हर काम में राष्ट्रीय एकता दिखाई दे रही है
पीएम मोदी ने कहा, "पिछले 10 साल भारत की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों से भरे रहे हैं. आज सरकार के हर काम, हर मिशन में राष्ट्रीय एकता के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई दे रही है."
उन्होंने कहा, "सच्चे भारतीयों के रूप में, यह हमारा कर्तव्य है कि हम राष्ट्रीय एकता की दिशा में हर प्रयास को उत्साह और ऊर्जा के साथ मनाएं, नए संकल्पों, आशाओं और उत्साह को मजबूत करें. यह सच्चा उत्सव है. भारत की भाषाओं को बढ़ावा देकर, हम एकता के बंधन को मजबूत करते हैं. नई शिक्षा नीति एक चमकदार उदाहरण है, जिसे राष्ट्र ने गर्व से अपनाया है."
Rashtriya Ekta Diwas honours Sardar Patel's invaluable contributions towards unifying the nation. May this day strengthen the bonds of unity in our society.https://t.co/R5xbuPQRdE
— Narendra Modi (@narendramodi) October 31, 2024
इस बार राष्ट्रीय एकता दिवस अद्भुत संयोग लेकर आया है
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देश और दुनिया भर के सभी भारतीयों के साथ-साथ भारत का समर्थन करने वालों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं. पीएम मोदी ने कहा, "इस बार राष्ट्रीय एकता दिवस अद्भुत संयोग लेकर आया है. एक तरफ आज हम एकता का पर्व मना रहे हैं तो दूसरी तरफ आज दीपावली का भी त्योहार है. दीपावली पूरे देश को दीयों के माध्यम से जोड़ती है, पूरे देश को रोशन करती है. अब दीपावली का त्योहार भारत को दुनिया से भी जोड़ रहा है, इसे कई देशों में राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मनाया जाता है. मैं देश और दुनिया में रहने वाले सभी भारतीयों और शुभचिंतकों को दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं."
सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस या राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाती है. 2014 से, इस दिन को देश भर में 'रन फॉर यूनिटी' कार्यक्रमों द्वारा चिह्नित किया गया है, जिसमें जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों की भागीदारी देखी जाती है.
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