ध्यान मुद्रा में बैठे PM Modi, सामने आई तस्वीरें, 45 घंटो तक रखेंगे मौनव्रत

    PM Modi Meditation: पीएम मोदी कन्याकुमारी में ध्यानसाधना करने पहुंचे हैं. कन्याकुमारी पहुंचने के बाद उन्होंने भगवती अम्मन मंदिर में पूजा-अर्चना की. साधना के समय की अगर बात की जाए तो यह साधना 1 जून तक चलने वाली है.

    ध्यान मुद्रा में बैठे PM Modi, सामने आई तस्वीरें, 45 घंटो तक रखेंगे मौनव्रत
    ध्यान मुद्रा में बैठे PM Modi, सामने आई तस्वीरें-Photo: Social Media

    PM Modi Meditation: 

    पीएम नरेंद्र मोदी इस समय कन्याकुमारी में ध्यान लगा ( PM Modi Meditation)  रहे हैं. अब अगले 35 घंटो तक पीएम मौन रहेंगे. बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण से पहले पीएम ध्यान लगाने के लिए कन्याकुमार पहुंचे हैं. कल देर शाम से विवेकानंद रॉक मेमोरियल में मेडिटेशन कर रहे हैं. पीएम मोदी की ध्यान साधना कल शाम तक जारी रहेगी

     शुरु हुई पीएम मोदी की 45 घंटे की ध्यान साधना

    चुनाव के आखिरी चरण से पूर्व पीएम मोदी कन्याकुमारी में ध्यानसाधना करने पहुंचे हैं. कन्याकुमारी पहुंचने के बाद उन्होंने भगवती अम्मन मंदिर में पूजा-अर्चना की. साधना के समय की अगर बात की जाए तो यह साधना 1 जून तक चलने वाली है. इस दिन देशभर में आखिरी चरण का मतदान होना है. वहीं पीएम ने रॉक मेमोरियल ( Vivekananda Rock Memorial) पहुंचने के बाद उन्होंने 'ध्यान मंडपम' में अपना ध्यान शुरू किया.

    45 घंटो तक पीएम का कैसा रहेगा दिन

    अब ऐसे में अगर आपके मन भी यह सवाल उठ रहा है कि आखिर इन 45 घंटों में पीएम मोदी का दिनचर्या कैसा होने वाला है. आइए आपको बताते हैं. मिली जानकारी के अनुसार इन 45 घंटों में पीएम सिर्फ तरह आहार लेंगे. इस दौरान वह सिर्फ नारियल पानी, अंगूर का जूस का ही सेवन करने वाले हैं. वहीं इस ध्यान साधना के दौरान पीएम मौनव्रत का भी पालन करने वाले हैं. वहीं, वो ध्यान कक्ष से बाहर नहीं आएंगे.

    सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

    इस साधना में लीन हुए पीएम मोदी के आस-पास की सुरक्षा कओ और भी अधिक मजबूत कर दिया गया है. इस संबंध में उनके प्रवार के दौरान दो हजार पुलिसकर्मी तैनात रहने वाले हैं. इसके साथ ही भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना भी कड़ी निगरानी रखेगी. आपको बता दें कि पीएम मोदी इस स्मारक में पहली बार ठहरने वाले हैं. यह स्मारक स्वामी विवेकानवंद जी को श्रद्धांजलि स्वरुप निर्मित किया गया था. वहीं समुद्र के बीचों बीच स्थित है यह स्मारक.

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