नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आयुर्वेद दिवस पर स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. उन्होंने इस दौरान 'आयुष्मान भारत योजना' से न जुड़ने पर दिल्ली सरकार और बंगाल की सरकार पर निशाना साधा और इन राज्यों के बुजुर्गों से उनकी सेवा न कर पाने के लिए माफी मांगी.
पीएम मोदी ने कहा, "हम सबके लिए खुशी की बात है कि आज 150 से ज्यादा देशों में आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है. ये प्रमाण है, आयुर्वेद को लेकर बढ़ रहे वैश्विक आकर्षण का. ये प्रमाण है, नया भारत अपने प्राचीन अनुभवों से विश्व को कितना कुछ दे सकता है."
"जिस देश के नागरिक जितने स्वस्थ होंगे, उस देश के प्रगति की गति भी तेज होगी, इस सोच के साथ अपने नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य नीति के पांच स्तंभ तय किए हैं:-
- प्रिवेंटिव हेल्थकेयर यानी बीमारी होने से पहले का बचाव.
- समय पर बीमारी की जांच.
- मुफ्त और सस्ता इलाज, सस्ती दवाएं.
- छोटे शहरों में अच्छा इलाज, डॉक्टरों की कमी दूर करना
- स्वास्थ्य सेवा में टेक्नॉलॉजी का विस्तार.
उन्होंने कहा, "एक समय था, जब इलाज में लोगों के घर, जमीने, गहने सब बिक जाते थे. गंभीर बीमारी के इलाज का खर्च सुनते ही गरीब की आत्मा कांप जाती थी. पैसे की कमी की वजह से इलाज न करा पाने की बेबसी, बेचारगी गरीब को तोड़ कर रख देती थी. मैं अपने गरीब भाई-बहनोंं को इस बेबसी में नहीं देख सकता था, इसलिए ही 'आयुष्मान भारत' योजना ने जन्म लिया है."
अब 70 साल से अधिक उम्र हर बुजुर्ग को अस्पताल में फ्री इलाज मिलेगा
प्रधानमंत्री ने कहा, "अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के देश के हर बुजुर्ग को अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा. ऐसे बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड दिया जाएगा. ये योजना मील का पत्थर साबित होगी. घर के बुजुर्ग के पास आयुष्मान वय वंदना कार्ड होगा, तो परिवार के खर्चे भी कम होंगे, उनकी चिंता भी कम होगी."
"चुनाव के समय मैंने गारंटी दी थी कि तीसरे कार्यकाल में 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को 'आयुष्मान योजना' के अंतर्गत लाया जाएगा. आज धनवंतरी जयंती के दिन ये गारंटी पूरी हो रही है."
पीएम ने दिल्ली और बंगाल के बुजुर्गों से मांगी माफी
"मैं दिल्ली और पश्चिम बंगाल के 70 वर्ष से अधिक उम्र के हर बुजुर्ग से क्षमा मांगता हूं कि मैं आपकी सेवा नहीं कर पाऊंगा. मुझे पता तो चलेगा कि आपको कष्ट है, लेकिन मैं आपको सहायता नहीं कर पाऊंगा, क्योंकि अपने राजनीति स्वार्थ के कारण दिल्ली और पश्चिम बंगाल की सरकार 'आयुष्मान भारत योजना' से जुड़ नहीं रही है."
मोदी ने कहा, "हमारी सरकार जानलेवा बीमारियों से रोकथाम के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान चला रही है. इससे ना सिर्फ गर्भवती महिलाओं की जिंदगी बच रही है, नवजात शिशुओं का जीवन बच रहा है, बल्कि वो गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से भी बच रहे हैं. मैं अपने देश के गरीब और मध्यम वर्ग को महंगे इलाज के बोझ से बाहर निकालकर ही रहूंगा और देश आज इसी दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है."
"हमारी सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करके भी देशवासियों के पैसे बचा रही है. eSanjeevani योजना के तहत अब तक 30 करोड़ लोग मान्य प्रतिष्ठित डॉक्टरों से नि:शुल्क परामर्श ले चुके हैं. जिससे उनके काफी पैसे बचे हैं. आज हमने U-WIN प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है. इस प्लेटफॉर्म के साथ ही भारत के पास अपना एक TECHNOLOGICALLY ADVANCED INTERFACE होगा."
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