नई दिल्ली: ऐसे समय में जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव एक नए शिखर पर है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई टेलीफोन बातचीत ने वैश्विक कूटनीति में एक नई सुगबुगाहट पैदा कर दी है. यूक्रेन युद्ध, ऊर्जा सुरक्षा, और भारत पर लगाए गए अमेरिकी टैरिफ की पृष्ठभूमि में यह वार्ता महज़ एक औपचारिक संवाद नहीं बल्कि एक रणनीतिक संदेश के रूप में देखी जा रही है.
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच हुई इस बातचीत में द्विपक्षीय सहयोग, यूक्रेन संघर्ष, और आगामी भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. इसके साथ ही, भारत ने एक बार फिर से यह संकेत दिया कि वह पश्चिमी दबावों के बावजूद अपने रणनीतिक साझेदार रूस के साथ संबंधों को संतुलित और सशक्त बनाए रखने के पक्ष में है.