जॉर्जटाउन (गुयाना): प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के दौरान बारबाडोस के प्रधान मंत्री मिया अमोर मोटली के साथ बैठक की. उन्होंने उन्हें मानद ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए सरकार और बारबाडोस के लोगों को धन्यवाद दिया.
एक्स पर एक पोस्ट में, प्रधान मंत्री मोदी ने व्यक्त किया, "बारबाडोस के प्रधान मंत्री मिया अमोर मोटली के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई. हमारी बातचीत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन और कृषि जैसे क्षेत्र शामिल थे."
सम्मानित करने के लिए बारबाडोस का आभारी हूं
उन्होंने कहा, "मैं मानद ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए बारबाडोस सरकार और वहां के लोगों का आभारी हूं. यह सम्मान भारत के लोगों को समर्पित है."
इससे पहले मीडिया से बात करते हुए, पीएम मोटली ने कहा था कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा कैरिकॉम देशों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है और वे शिखर सम्मेलन के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं.
कैरिकॉम के के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है
उन्होंने कहा था, "मुझे लगता है कि हम सभी खुश हैं कि हमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का अवसर मिला. कैरिकॉम में हममें से अधिकांश लोगों के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है कि हम सरकार के प्रमुखों के स्तर पर कैरिकॉम-इंडिया से मिल सकेंगे."
बारबाडोस के पीएम ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि आखिरी बार नेताओं की मुलाकात संयुक्त राष्ट्र महासभा के मौके पर हुई थी. उन्होंने कहा कि उनके बीच की बातचीत, दोनों क्षेत्रों के बीच संबंधों की मजबूती को दर्शाती है.
भारत और बारबाडोस के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध हैं
भारत और बारबाडोस के बीच घनिष्ठ और सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और वे संयुक्त राष्ट्र, राष्ट्रमंडल, एनएएम और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय रूप से बातचीत करते हैं.
विदेश मंत्रालय के एक बयान में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि बारबाडोस संयुक्त राष्ट्र के तहत विभिन्न निकायों के चुनावों सहित विभिन्न बहुपक्षीय प्लेटफार्मों पर भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करता रहा है.
भारतीय मूल के लगभग 3000 लोग बारबाडोस में बस गए हैं और उनमें से अधिकांश ने तब से स्थानीय राष्ट्रीयता हासिल कर ली है.
ये भी पढ़ें- मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर का IFFI गोवा में पहला लाइव प्रदर्शन, उनके पैरेंट्स भी पहुंचे