30 की उम्र से पहले ही कुछ लोगों को हाथ-पैरों में तेज दर्द की समस्या होने लगती है. विशेषज्ञों का कहना है कि कम उम्र में भी यूरिक एसिड की समस्या हो सकती है. बहुत अधिक प्यूरीन युक्त भोजन खाने से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है.
शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करने के लिए खान-पान का खास ख्याल रखना चाहिए. खास तौर पर प्यूरीन युक्त सब्जियों से परहेज करना चाहिए. अगर आपको यूरिक एसिड की समस्या है तो आपको दालें और तरह-तरह की सब्जियां नहीं खानी चाहिए. मछली, मीट, अंडे और रेड मीट में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है.
सोयाबीन में प्रोटीन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है. इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को सोयाबीन खाना चाहिए. लेकिन यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित लोगों को सोयाबीन नहीं खाना चाहिए.
अगर आपको यूरिक एसिड की समस्या है तो कोल्ड ड्रिंक्स से बचना चाहिए. इसमें प्यूरीन कम होता है. इसमें फ्रुक्टोज अधिक होता है.
यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल रखने के लिए नींबू, दही, हरी मिर्च और हल्दी जैसे खट्टे खाद्य पदार्थों का सेवन करें. ये यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखते हैं.
नोट: यहां दी गई जानकारी विशेषज्ञों से बातचीत पर आधारित है.स्वास्थ्य के संबंध में कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. Bharat24 इसकी पुष्टी नहीं करता है.