Patna: 'मैं बिहार होमगार्ड का आर्म्ड सिपाही हूं. सुरक्षा के लिए मेरी ड्यूटी बेली रोड स्थित बिहार पुलिस रेडियो में लगाई गई थी. लेकिन, मगर लाइन बाबू दबाव देकर बराबर मुझे DIG अनुसूइया रणसिंह साहू (Anusuiya Ransingh Sahu) के घर भेज दिया करते हैं. वहां मैडम और उनके पति दबाव देकर घरेलू काम करवाते हैं. जो काम करने के लायक होता है, वो कर देता हूं. जो काम नहीं हो सकता, उसे नहीं करता हूं. ऐसे में इनकार करने पर मुझे झूठे केस में फंसा कर जेल भिजवा देने की धमकी मिलती है. कमरा बंद कर मैडम डंडे से पिटाई करती हैं. अपने पालतू कुत्ते से कटवाती हैं. मैं दलीत परिवार से हूं. मुझे यहां की ड्यूटी से हटाया जाए. मैं यहां ड्यूटी नहीं कर पाउंगा.' क्या है माजरा, चलिए जानते हैं-
ये कहानी है बिहार के DIG अनुसूइया रणसिंह साहू (Anusuiya Ransingh Sahu) के प्रताड़ना के शिकार होमगार्ड सिपाही शशिकांत सिंह (Shashikant singh) की, जिसने करीब 11 महीने पहले 18 अक्टूबर को अपनी लिखित शिकायत DG शोभा ओहटकर से की थी. बिहार होमगार्ड और फायर सर्विसेज से हटाकर सिविल डिफेंस की (DIG) बनाई गईं (IPS) अनुसूइया रणसिंह साहू के द्वारा सिपाहियों को प्रताड़ित किए जाने की कहानी अब एक-एक कर सामने आ रही है. सिपाही शशिकांत को जिस वक्त प्रताड़ित किया गया था, उस दरम्यान इस महिला (IPS) की पोस्टिंग बिहार पुलिस रेडियो (वायरलेस सर्विस) में बतौर DIG थी. सिपाही शशिकांत सिंह की लिखित शिकायत की कॉपी अब जाकर सामने आई है.
घटना के तीसरे दिन 18 अक्टूबर 2022 को पीड़ित सिपाही शशिकांत सिंह (Shashikant singh) ने अपने साथ हुए घटना की लिखित शिकायत DG शोभा ओहटकर से की. साथ ही यह भी जानकारी दी कि IPS अनुसूइया रणसिंह साहू बिहार पुलिस के तीन सिपाहियों पर अपने घर में चोरी का झूठा आरोप लगा चुकी हैं. और उनके खिलाफ फर्जी FIR दर्ज करवा चुकी हैं. साथ ही अपने एक कुक को पूर्व में जेल भी भिजवा चुकी हैं. इनके द्वारा ऐसी हरकत बराबर की जाती है. ऐसी स्थिति में हमारा वहां रह कर काम करना उचित नहीं है. इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया जाए. उनके खिलाफ जांच की जाए. सिपाही ने अपने कंप्लेन में दोषी पाए जाने पर अनुसूइया रणसिंह साहू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग DG से की थी.
कंप्लेन मिलने के अगले ही दिन 19 अक्टूबर 2022 को इस मामले की जांच की जिम्मेवारी उन्होंने उस वक्त के DIG होमगार्ड व फायर सर्विसेज अरविंद ठाकुर को सौंप दी. फिर जांच शुरू हुई. 26 दिसंबर 2022 को अरविंद ठाकुर ने अनुसूइया रणसिंह (Anusuiya Ransingh) को लेटर जारी सिपाही के द्वारा लगाए गए आरोपों पर उनसे उनका पक्ष तीन दिनों के अंदर मांगा लेकिन मैडम ने अपना पक्ष नहीं भेजा.
इस कारण 10 जनवरी 2023 को दूसरी बार लेटर जारी कर उनसे पक्ष मांगा. इसके बाद 12 जनवरी को अनुसूइया रणसिंह साहू ने लिखित तौर पर अपना पक्ष भेजा. उसमें आरोप लगाया कि बिहार पुलिस रेडियो में पोस्टेड सिपाही शशिकांत समेत होमगार्ड के 5 सिपाही ड्यूटी में लापरवाही करते थे. सिपाही का लगाया आरोप बेबुनियाद है.
30 जनवरी को जांच पूरी होने के बाद DIG होमगार्ड व फायर सर्विसेज अरविंद ठाकुर (Arvind thakur) ने DG को रिपोर्ट सौंपी और उसमें महिला IPS पर सिपाही के द्वारा लगाए गए आरोपों को सही बताया. इसके आधार पर 31 मई को होमगार्ड व फायर सर्विसेज की तरफ से एक रिपोर्ट गृह विभाग में आरक्षी शाखा के संयुक्त सचिव को भेजी गई और उनसे अनुसूइया रणसिंह साहू (Anusuiya Ransingh Sahu) के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई के लिए अनुशंसा की गई थी.