पंकज त्रिपाठी का जन्मदिन आज, जानिए कैसा रहा बॉलिवुड तक का उनका सफर, एक समय ऐसा जब चुरानी पड़ गई थी चप्पल

    Pankaj Tripathi Birthday: बॉलिवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी का आज जन्मदिन है. अपनी शानदार एक्टिंग से एक्टर ने सभी के दिल को जीत रखा है. फिर वो बड़े पर्दे या फिर छोटे पर्दे जैसे ओटीटी की ही बात क्यों न हो दोनों ही प्लेटफॉर्म पर एक्टर ने एक मुकाम हासिल किया है.

    पंकज त्रिपाठी का जन्मदिन आज, जानिए कैसा रहा बॉलिवुड तक का उनका सफर, एक समय ऐसा जब चुरानी पड़ गई थी चप्पल
    पंकज त्रिपाठी का जन्मदिन आज, जानिए कैसा रहा बॉलिवुड तक का उनका सफर, एक समय ऐसा जब चुरानी पड़ गई थी चप्पल- फोटोः सोशल मीडिया

    Pankaj Tripathi Birthday:  बॉलिवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी का आज जन्मदिन है. अपनी शानदार एक्टिंग से एक्टर ने सभी के दिल को जीत रखा है. फिर वो बड़े पर्दे या फिर छोटे पर्दे जैसे ओटीटी की ही बात क्यों न हो दोनों ही प्लेटफॉर्म पर एक्टर ने एक मुकाम हासिल किया है. पंकज त्रिपाठी के काम के मुरीद आम फैंस तो छोड़िए खुद 'सदी के महानायक' अमिताभ बच्चन भी हैं. आज अभिनेता के जन्मदिन  पर हम आपके लिए कुछ ऐसे किस्से लेकर के आए हैं जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं.

    एक्टर बनने से पहले चुराई थी चप्पल

    अभिनेता पंकज त्रिपाठी से जुड़े यूं तो कई किस्से हैं. जिसे वह खुद अपने इंटरव्यूज में साझा करते हैं. इन्हीं में से एक ऐसा किस्सा भी है. जिसे सुनकर आप भी एक्टर के दीवाने हो जाएंगे. दरअसल अभिनेता बनने से पहले पंकज त्रिपाठी एक होटल में काम करते थे. इस होटल में मनौज वाजपेयी ठहरने के लिए आए थे. इस दौरान अभिनेता ने मनोज वाजपेयी की चप्पल चुरा ली थी. हालांकि मनोज वाजपेयी ने भी उस चप्पल को उस होटल में छोड़ दिया. आपके मन में भी यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर अभिनेता के पास होटल में काम होने के बावजूद चप्पल क्यों चुराई? ऐसा एक्टर ने इसलिए किया क्योंकी वह मनोज वाजपेयी को अपना गुरू मनाते हैं.

    आसान नहीं था फिल्मी दुनिया का सफर

    आज जिस मुकाम को पंकज त्रिपाठी ने हासिल किया है. यहां तक का सफर उनके लिए आसान नहीं था. साल 1976 और तारीख 5 सितंबर को गोपालगंज स्थित बेलसैंड गांव में जन्में पंकज त्रिपाठी को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था. पिता ने चाहा की बेटा डॉक्टर बने लेकिन बेटे की किस्मत में कुछ और ही था. बचपन में अपने गांव में भी उन्होंने एक लड़की की भूमिका निभाई थी. जिसे लोगों ने खूब पसंद भी किया. इसी शानदार अभिनय के कारण आज भी लोग उन्हें पसंद करते हैं. लेकिन भले ही बचपन में यह अभिनय सभी को पसंद आया हो लेकिन बड़े पर्दे तक का उनका सफर आसान नहीं था. फिल्मों में काम के लिए बहुत संघर्ष किया है. उन्होंने हिंदी फिल्म उद्योग में एक पहचान बनाने के लिए वर्षों तक लड़ाई लड़ी. लेकिन उन्हें 'गैंग्स ऑफ वासिपुर' के एक अभिनेता के रूप में पहचान मिली. 'मिर्ज़ापुर' में, उनके चरित्र कालीन भाई ने उन्हें एक बड़ा अभिनेता बना दिया.

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