दिल्ली-मुंबई हाई अलर्ट पर, पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़ाई गई चौकसी

    जम्मू-कश्मीर की वादियों में जो हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं. दिल्ली और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.

    Pahalgam Terror Attack Delhi on High Alert delhi police on tourist place
    Image Source: ANI

    जम्मू-कश्मीर की वादियों में जो हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं. दिल्ली और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और हर संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए चौकसी बढ़ा दी गई है.

    दिल्ली में चौकसी, पर्यटन स्थलों पर बढ़ी नजर

    राजधानी दिल्ली में पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा को लेकर विशेष निर्देश जारी किए गए हैं. दिल्ली पुलिस को साफ तौर पर पर्यटन स्थलों, भीड़भाड़ वाले बाजारों, धार्मिक स्थलों और संवेदनशील जगहों पर पैनी नजर रखने को कहा गया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि "हमने सभी यूनिट्स को अलर्ट मोड में डाल दिया है, और रूटीन पेट्रोलिंग से लेकर विजुअल सर्विलांस तक हर स्तर पर निगरानी बढ़ा दी गई है."

    मुंबई पुलिस भी अलर्ट मोड पर

    देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी सुरक्षा एजेंसियों ने मोर्चा संभाल लिया है. मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, "हम हमेशा अलर्ट मोड में रहते हैं, लेकिन पहलगाम हमले के बाद हमारी सतर्कता और ज्यादा बढ़ गई है." शहर के महत्वपूर्ण स्थलों, रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट्स और मॉल्स पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई है.

    पहलगाम हमले में अब तक 16 की मौत

    मंगलवार, 22 अप्रैल को पहलगाम के पास बैसरन घाटी में हुए इस भीषण आतंकी हमले में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हमले में दो विदेशी नागरिक भी मारे गए हैं. बताया जा रहा है कि हमला उस वक्त हुआ जब पर्यटक खुले मैदान में पिकनिक मना रहे थे और खच्चर की सवारी कर रहे थे. तभी अचानक आतंकी घने जंगलों से निकले और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.

    'मिनी स्विट्जरलैंड' में गोलियों की गूंज

    बैसरन, जिसे अक्सर ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है, हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करता है. मगर इस बार यह खूबसूरत मैदान खूनी मंजर में तब्दील हो गया. चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकियों ने चुन-चुनकर पुरुषों को निशाना बनाया और महिलाओं को छोड़ दिया.

    हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली

    पाकिस्तान में सक्रिय और प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. TRF पहले भी घाटी में टारगेट किलिंग जैसी वारदातों में शामिल रहा है.

    उमर अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया

    पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे आम नागरिकों पर हाल के वर्षों में हुए सबसे बड़े हमलों में से एक करार दिया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "यह न केवल कश्मीर की शांति को चोट पहुंचाने की कोशिश है, बल्कि देश की आत्मा को भी झकझोरने वाला है."