नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी के 40 से अधिक स्कूलों को ई-मेल के माध्यम से बम की धमकी मिली और 30,000 अमेरिकी डॉलर की फिरौती मांगी गई है.
धमकी भरे मेल में लिखा था, "मैंने इमारत के अंदर कई बम (लीड एजाइड, डेटोनेटर में इस्तेमाल होने वाला विस्फोटक) लगाए हैं. बम छोटे हैं और बहुत अच्छी तरह से छिपे हुए हैं. इससे इमारत को बहुत अधिक नुकसान नहीं होगा, लेकिन बम फटने पर कई लोग घायल हो जाएंगे. अगर मुझे 30,000 अमेरिकी डॉलर नहीं मिले, तो मैं बम विस्फोट कर दूंगा."
रात में आया ईमेल
यह ईमेल 8 दिसंबर को रात करीब 11:38 बजे आया था. इस बीच, मदर मैरी स्कूल, ब्रिटिश स्कूल, सलवान पब्लिक स्कूल और कैम्ब्रिज स्कूल को भी ई-मेल के जरिए बम की धमकी मिली.
मदर मैरी स्कूल ने कहा, "प्रिय अभिभावकों, आज सुबह स्कूल में बम की धमकी के बारे में एक ईमेल प्राप्त हुआ है. इसलिए एहतियात के तौर पर छात्रों को तुरंत भेजा जा रहा है. आपसे अनुरोध है कि कृपया अपने बच्चों को अपने-अपने बस स्टॉप से लेकर आएं. अभिभावकों से अनुरोध है कि अपने बच्चों को तुरंत आकर ले जाएं. बस रूट इंचार्ज आपको समय-समय पर बसों की आवाजाही के बारे में अपडेट देते रहेंगे."
पहले भी मिल चुकी है धमकी
इससे पहले, आरके पुरम के दिल्ली पब्लिक स्कूल और पश्चिम विहार के जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी. जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में अपने बच्चे को वापस घर ले जाने के लिए आए विपिन मल्होत्रा ने कहा, "हमारे बच्चे के स्कूल पहुंचने के आधे घंटे बाद स्कूल प्रबंधन से हमें फोन आया."
स्कूल प्रशासन ने बच्चों को वापस घर भेज दिया है, जबकि पुलिस और दमकल विभाग को भी सुबह 7 बजे सूचना दे दी गई है. इससे पहले 19 नवंबर को दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को बम धमकियों और संबंधित आपात स्थितियों से निपटने के लिए एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) सहित एक व्यापक कार्य योजना विकसित करने का निर्देश दिया था. न्यायालय ने इन निर्देशों को पूरा करने के लिए आठ सप्ताह की समय सीमा तय की है.
ये भी पढ़ेंः Syria Crisis: 'असद की रक्षा करने में पुतिन की कोई दिलचस्पी नहीं है', ट्रंप ने चीन की ओर किया इशारा