नई दिल्ली: रेसलर बजरंग पुनिया और विनेश फोगट के कांग्रेस में औपचारिक रूप से शामिल होने से पहले, ओलंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने शुक्रवार को कहा कि राजनीतिक पार्टी में शामिल होने का विकल्प पूरी तरह से दोनों एथलीटों की व्यक्तिगत पसंद थी. वह खुद राजनीति में नहीं उतरेंगी क्योंकि वह कुश्ती में महिलाओं के हित को आगे बढ़ाना चाहती हैं.
साक्षी मलिक ने कहा कि उन्हें कई राजनीतिक प्रस्ताव भी मिले, उन्होंने उन्हें स्वीकार करने से इनकार कर दिया क्योंकि वह कहती हैं कि वह कुश्ती में महिलाओं के लिए अपनी लड़ाई के प्रति ईमानदार रहने में विश्वास करती हैं.
पुनिया और फोगट सुबह मल्लिकार्जुन खड़गे से मिले
पुनिया और फोगट दोनों को आज सुबह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास से निकलते देखा गया. यह घटनाक्रम 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को होने वाले मतदान से पहले आया है और वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी.
साक्षी मलिक ने कहा, "पार्टी में शामिल होना उनकी निजी पसंद है. मेरा मानना है कि हमें बलिदान देना चाहिए. हमारे आंदोलन, महिलाओं के लिए लड़ाई को गलत धारणा नहीं दी जानी चाहिए. मेरी तरफ से आंदोलन जारी है. मुझे भी प्रस्ताव मिले थे लेकिन मैं अंत तक देखना चाहती थी कि मैंने क्या शुरू किया है. जब तक फेडरेशन साफ नहीं हो जाता और महिलाओं का शोषण बंद नहीं हो जाता, मेरी लड़ाई सच्ची है और जारी रहेगी."
उन्होंने आगे कहा कि उनकी लड़ाई केवल एक व्यक्ति बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ है और वह हरियाणा में चुनाव से पहले राजनीतिक अभियान में शामिल नहीं होंगी.
पुनिया विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, विनेश फोगाट लड़ेंगी
सूत्रों ने कहा कि बजरंग पुनिया विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, उन्हें हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए हरियाणा कांग्रेस की अभियान समिति के सह-अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए जाने की संभावना है और विनेश फोगाट चुनाव लड़ेंगी. शाम तक उनकी सीट फाइनल हो जाएगी.
बुधवार को विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने राष्ट्रीय राजधानी में लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की.
विनेश ने 8 अगस्त को कुश्ती से संन्यास की घोषणा की
पेरिस ओलंपिक में, विनेश को 50 किलोग्राम स्वर्ण पदक मुकाबले से अयोग्य घोषित कर दिया गया था क्योंकि उनका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया था. खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) ने संयुक्त रजत पदक से सम्मानित करने की उनकी याचिका भी खारिज कर दी. उन्होंने अयोग्यता के एक दिन बाद 8 अगस्त को कुश्ती से संन्यास की घोषणा की. उनकी घर वापसी के बाद से ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि वह अपनी चचेरी बहन बबीता जो भाजपा विधायक हैं, की तरह सक्रिय राजनीति में प्रवेश करेंगी.
2023 में, पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगट बृज भूषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे, जिन पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था.
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