ओडिशाः इस लोकसभा चुनाव के साथ-साथ कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव भी प्रस्तावित थे. इनमें ओडिशा का नाम भी शामिल है. भाजपा ने ओडिशा में जीत हासिल की है. इसी क्रम में बुधवार को राज्य में 2 दशक से भी अधिक इस मुख्यमंत्री के पद पर काबिज रहे नवीन पटनायक ने बुधवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. वहीं नवीन पटनायक के इस्तीफा सौंपने के बाद से ही इन बातों की चर्चा तेज है कि आखिर बीजेपी अब किसको मुख्यमंत्री के रुप में चुनने वाली है? इस चुनाव में बीजेपी को ओडिशा विधानसभा चुनाव में 147 सीटों में से 78 सीटें हासिल हुई हैं. साथ ही लोकसभा की 21 सीटों में 20 अपने नाम की है.
कौन होगा बीजेपी का मुख्यमंत्री चेहरा
सीएम चेहरे को लेकर चर्चा काफी तेज है. हालांकि बीजेपी की ओर से इसपर से आधिकारिक तौर पर से सस्पेंस नहीं हटाया गया है. लेकिन इस लिस्ट में कई नेताओं के नाम शामिल हैं. इनमें मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बीजेपी के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा, भुवनेश्वर से सांसद अपराजिता सारंगी, बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर गिरीश मुर्मू, बीजेपी के राष्ट्रिय प्रवक्ता संबित पात्रा, संबलपुर से विधायक जय नारायण मिश्रा और ओडिसा के ही पार्टी अध्यक्ष मनमोहन सामल का नाम शामिल है.
इनका नाम लिस्ट में सबसे पहले
ऐसे में इन सभी नामों के बीच यह कयास तो लगाए ही जा रहे हैं कि आखिर पार्टी किसे मुख्यमंत्री के चेहरे के रुप में चुनने वाली है. इनमें सबसे प्रमुख नाम शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का शामिल है. साल 2000 में राजनीति में विधायक के रुप में कदम रखने वाले मंत्री आज ओडिशा के देवगढ़ से सांसद हैं. बिहार, ओडिशा, झारखंड, उत्तराखंड और कर्नाटक में चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. ओडिशा की मिट्टी के इस लाल का नाम सीएम पद की रेस में आगे चल रहा है.
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