चिकित्सा के लिए 2024 का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के विक्टर एम्ब्रोस, गैरी रुवकुन को, जानें कैसे मिलता है

    2024 फिजियोलॉजी या मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा आज दिए जाने के लिए की गई थी, जो विज्ञान, अर्थशास्त्र, साहित्य और शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए दिया जाता है.

    चिकित्सा के लिए 2024 का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के विक्टर एम्ब्रोस, गैरी रुवकुन को, जानें कैसे मिलता है
    फिजियोलॉजी या मेडिसिन में पुरस्कार पाने वाले विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुकुन | Photo- ANI

    नई दिल्ली/स्टॉकहोम, (स्वीडन) : नोबेल पुरस्कार 2024 की घोषणा सोमवार से शुरू हो गई है जो 14 अक्टूबर तक अलग-अलग क्षेत्र में काम करने वालों को दिया जाएगा. इस बार का चिकित्सा क्षेत्र में योगदान के लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकिन को दिया गया है.

    नोबेल पुरस्कार समिति के मुताबिक फिजियोलॉजी या मेडिसिन में 2024 का नोबेल पुरस्कार विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को माइक्रो RNA की खोज के लिए दिया गया है. यह छोटे आरएनए अणुओं का एक नया वर्ग होता है और पोस्ट-ट्रांसक्रिप्शनल जीन के विनियमन (रेग्युलेशन) में  महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

    सोमवार को स्वीडन में नोबेल पुरस्कार समिति ने प्रतिष्ठित सम्मान की घोषणा की.

    कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट ने वैज्ञानिकों को छोटे कृमि सी. एलिगेंस में उनकी अभूतपूर्व खोज के लिए पुरस्कार दिया गया, जिसने जीन के आदान-प्रदान के एक बिल्कुल नए सिद्धांत का खुलासा किया है, नोबेल असेंबली ने एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी.

    जीवों के विकास और कार्य करने की तरीके के लिए अहम

    यह मनुष्यों समेत बहुकोशिकीय (मल्टी-सेलुलर्स) जीवों के लिए जरूरी साबित किया गया है. माइक्रो आरएनए जीवों के विकास और कार्य करने के तरीके के लिए मौलिक रूप से महत्वपूर्ण हैं.

    इस वर्ष के चिकित्सा पुरस्कार विजेता विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन ने अपेक्षाकृत मामूली 1 मिमी लंबे राउंडवॉर्म, सी. एलिगेंस का अध्ययन किया.

    अपने छोटे आकार के बावजूद, सी. एलिगेंस में कई विशेष कोशिका के प्रकार होते हैं- जैसे तंत्रिका और मांसपेशी कोशिकाएं, जो बड़े, अधिक जटिल जानवरों में भी पाई जाती हैं, जिससे यह बहुकोशिकीय जीवों में ऊतकों (टिश्यूज) के विकास और उसके मेच्योरिटी जांच में एक उपयोगी मॉडल बन जाता है.

    1993 में, इस वर्ष के नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने जीन विनियमन (रेग्युलेशन) के एक नए स्तर का वर्णन करते हुए अप्रत्याशित निष्कर्ष प्रकाशित किए हैं, जो विकास के दौरान अत्यधिक अहम और संरक्षित साबित हुए.

    हर कोशिका में एक जैसे गुणसूत्र और निर्देशों का एक जैसा सेट होता है

    हमारे गुणसूत्रों में जमा जानकारी की तुलना हमारे शरीर की सभी कोशिकाओं के लिए एक निर्देश पुस्तिका से की जा सकती है. हर कोशिका में एक जैसे गुणसूत्र होते हैं, इसलिए प्रत्येक कोशिका में जीन का बिल्कुल एक जैसा सेट और निर्देशों का बिल्कुल एक जैसा सेट होता है.

    इस वर्ष के पुरस्कार विजेता विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन इस बात में रुचि रखते थे कि अलग-अलग कोशिका प्रकार कैसे विकसित होते हैं. विभिन्न कोशिका प्रकार, जैसे मांसपेशी और तंत्रिका कोशिकाओं, में बहुत अलग-अलग विशेषताएं कैसे होती हैं और ये फर्क कैसे पैदा होते हैं?

    इसका उत्तर जीन विनियमन में निहित है, जो हर कोशिका को केवल प्रासंगिक निर्देशों का चयन करने की अनुमति देता है. यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक कोशिका प्रकार में केवल जीन का सही सेट एक्टिव हो.

    जीन रेग्युलेशन गड़बड़ होने पर शुगर, कैंसर जैसी बीमारियां

    यदि जीन विनियमन गड़बड़ा जाता है, तो यह कैंसर, मधुमेह या ऑटोइम्यूनिटी जैसी गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है. नोबेल समिति ने कहा कि जीन एक्टिविटीज के विनियमन को समझना कई दशकों से एक महत्वपूर्ण लक्ष्य रहा है.

    संयोग से, 1980 के दशक के बाद में, एम्ब्रोस और रुवकुन दोनों रॉबर्ट होर्विट्ज़ की प्रयोगशाला में पोस्टडॉक्टरल फेलो थे, जिन्हें 2002 में सिडनी ब्रेनर और जॉन सुल्स्टन के साथ नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

    एम्ब्रोस का जन्म 1953 में न्यू हैम्पशायर में हुआ

    एम्ब्रोस का जन्म 1953 में हनोवर, न्यू हैम्पशायर, यूएस में हुआ था और उन्होंने 1979 में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT), कैम्ब्रिज, MA से पीएचडी की थी, जहां उन्होंने 1979-1985 तक पोस्टडॉक्टरल रिसर्च भी किया.

    वे 1985 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय, कैम्ब्रिज, एमए में प्रधान रिसर्चर बने. 1992-2007 तक वे डार्टमाउथ मेडिकल स्कूल में प्रोफेसर थे और अब वे मैसाचुसेट्स मेडिकल स्कूल, वॉर्सेस्टर, एमए में प्राकृतिक विज्ञान के सिल्वरमैन प्रोफेसर हैं.

    रुवकुन का जन्म 1952 में बर्कले, कैलिफोर्निया में

    इस बीच, रुवकुन का जन्म 1952 में बर्कले, कैलिफोर्निया, अमेरिका में हुआ था. उन्होंने 1982 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT), कैम्ब्रिज, एमए, 1982-1985 में पोस्टडॉक्टरल फेलो थे.

    वे 1985 में मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में प्रधान रिसर्चर बने, जहां वे अब जेनेटिक्स के प्रोफेसर हैं.

    इससे पहले 2024 फिजियोलॉजी या मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा सोमवार किए जाने खबर सामने आई थी, जो विज्ञान, अर्थशास्त्र, साहित्य और शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए दिया जाता है.

    7-14 अक्टूबर तक घोषित किए जाने वाले पुरस्कारों में 11 मिलियन स्वीडिश क्राउन (1.1 मिलियन अमरीकी डॉलर) की पुरस्कार राशि शामिल है. एक नोबेल पुरस्कार अधिकतम तीन विजेताओं को दिया जा सकता है, जो पुरस्कार राशि साझा करते हैं.

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    पुरस्कार की स्थापना और जाने कैसे मिलता है ये

    स्वीडिश आविष्कारक, इंजीनियर, वैज्ञानिक और परोपकारी अल्फ्रेड नोबेल ने नोबेल पुरस्कार की स्थापना की. अपनी अंतिम वसीयत और वसीयतनामे में, उन्होंने विशेष रूप से उन संस्थानों को नामित किया, जिन्हें वे पुरस्कार स्थापित करना चाहते थे. रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज भौतिकी और रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार प्रदान करती है, कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट फिजियोलॉजी या मेडिसिन में नोबेल पुरस्कार प्रदान करता है और स्वीडिश अकादमी साहित्य में नोबेल पुरस्कार प्रदान करती है.

    नॉर्वेजियन संसद (स्टॉर्टिंग) द्वारा चुने गए पांच व्यक्तियों की एक समिति नोबेल शांति पुरस्कार विजेता का फैसला करती है.

    पहले नोबेल पुरस्कार 1901 में दिए गए थे, लेकिन अर्थशास्त्र में नोबेल जिसे आर्थिक विज्ञान में स्वेरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार के रूप में जाना जाता है, पहली बार 1969 में दिया गया था.

    1901 से, नोबेल पुरस्कार नोबेल सप्ताह के दौरान दिए जाते हैं, जिसका समापन स्वीडन के स्टॉकहोम कॉन्सर्ट हॉल और नॉर्वे के ओस्लो सिटी हॉल में 10 दिसंबर को नोबेल पुरस्कार समारोह में होता है, जो अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु की सालगिरह पर दिया जाता है.

    भौतिकी, रसायन विज्ञान, फिजियोलॉजी या चिकित्सा और साहित्य में नोबेल पुरस्कार स्टॉकहोम, स्वीडन में दिए जाते हैं, जबकि नोबेल शांति पुरस्कार ओस्लो, नॉर्वे में दिए जाते हैं.

    1901 से 2023 तक यह पुरस्कार 621 बार दिया गया है

    1901 से 2023 के बीच, अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में नोबेल पुरस्कार और स्वेरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार 1000 लोगों और संगठनों को 621 बार प्रदान किए गए.

    नोबेल फाउंडेशन के क़ानून के अनुसार, हर विजेता को एक स्वर्ण पदक प्रदान किया जाता है. नोबेल पुरस्कार पदक के सामने अल्फ्रेड नोबेल को दर्शाया गया है. पुरस्कार देने वाली संस्था के अनुसार पीछे की ओर की छवि अलग-अलग होती है.

    प्रत्येक नोबेल पुरस्कार डिप्लोमा कला का एक अनूठा काम है जहां डिजाइन पुरस्कार देने वाली संस्थाओं द्वारा तय किया जाता है. साहित्य डिप्लोमा चर्मपत्र, यानी विशेष रूप से उपचारित चमड़े पर लिखा जाता है, जिसमें मध्ययुगीन पुस्तक चित्रकारों की तरह ही तकनीक का उपयोग किया जाता है.

    अन्य पुरस्कार विजेताओं को दिए जाने वाले डिप्लोमा विशेष रूप से ऑर्डर किए गए हाथ से बनाए गए कागज़ पर बनाए जाते हैं. स्टॉकहोम में सप्ताह का मुख्य आकर्षण नोबेल पुरस्कार समारोह और भोज है, जहां विजेता अपने डिप्लोमा और पदक प्राप्त करते हैं. भोज में नोबेल पुरस्कार विजेता मुख्य अतिथि होते हैं और स्वीडिश शाही परिवार के साथ बैठते हैं. हर साल, भोज सजावट और मेनू दोनों में अलग-अलग होता है.

    चिकित्सा पुरस्कार कुल 227 विजेताओं को दिया गया है

    चिकित्सा पुरस्कार कुल 227 विजेताओं को 114 बार दिया गया है. केवल 13 महिलाओं को यह पुरस्कार मिला है.

    अल्फ्रेड नोबेल की चिकित्सा अनुसंधान में बहुत रुचि थी और 1890 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने स्वीडिश फिजियोलॉजिस्ट जोन्स जोहानसन को फ्रांस में अपनी प्रयोगशाला में आमंत्रित किया. वे कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट में एक-दूसरे से परिचित हुए थे जहां उन्होंने चिकित्सा अनुसंधान किया था.

    फिजियोलॉजी या मेडिसिन तीसरी पुरस्कार कैटेगरी थी, जिसका उल्लेख नोबेल ने अपनी वसीयत में किया था.

    1901 से, कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट में नोबेल असेंबली द्वारा चिकित्सा पुरस्कार विजेताओं का चयन किया जाता रहा है.

    मंगलवार को भौतिकी पुरस्कार, बुधवार को रसायन विज्ञान और गुरुवार को साहित्य के साथ नोबेल की घोषणा जारी है. नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र पुरस्कार की घोषणा 14 अक्टूबर को की जाएगी.

    (न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट्स के साथ)

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