मेलबर्न टेस्ट में पहली सेंचुरी लगाकर संकटमोचन बने नितीश रेड्डी, सुंदर के साथ टीम को फॉलोऑन से बचाया

    भारतीय बल्लेबाज नीतीश कुमार रेड्डी ने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया. एक समय टीम पर फॉलोऑन खेलने का खतरा मंडरा रहा था.

    Nitish Reddy became a Sankatmochan by scoring the first century in the Melbourne Test and saved the team from follow-on
    शतक लगाने के बाद भारतीय बल्लेबाज नीतीश कुमार रेड्डी/Photo- ANI

    मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया): भारतीय बल्लेबाज नीतीश कुमार रेड्डी ने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया. एक समय टीम पर फॉलोऑन खेलने का खतरा मंडरा रहा था.

    नीतीश रेड्‌डी के शतक के दम पर भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वापसी कर ली है. फिलहाल, टीम 116 रन से पीछे है.

    भारतीय खेमे ने खड़े होकर नीतीश का अभिनंदन किया

    एमसीजी का माहौल उस समय भावुक हो गया, जब नीतीश के पिता ने हाथ जोड़कर भगवान का शुक्रिया अदा किया. पारी के बाद पवेलियन आते समय नीतीश का ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने सराहना की और भारतीय खेमे ने खड़े होकर उनका अभिनंदन किया.

    नीतीश 176 गेंदों में 59.66 की स्ट्राइक रेट से 105 रन बनाकर नाबाद हैं. मेलबर्न टेस्ट के तीसरे दिन क्रीज पर रहने के दौरान उन्होंने 10 चौके और 1 छक्का लगाया.

    नीतीश ने शतक के साथ बड़ी उपलब्धि हासिल की

    अपने शतक के साथ, युवा खिलाड़ी ने एक अनोखी उपलब्धि भी हासिल की क्योंकि वह सचिन तेंदुलकर और ऋषभ पंत के बाद ऑस्ट्रेलिया में पहला टेस्ट शतक बनाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बन गए.

    महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर 1992 में 18 साल और 256 दिन की उम्र में अपना पहला टेस्ट शतक लगाने के बाद इस सूची में शीर्ष पर हैं. भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत 2019 में सिडनी में 21 साल और 92 दिन की उम्र में अपने पहले टेस्ट शतक के बाद सूची में दूसरे स्थान पर हैं. इस बीच, नीतीश ने 21 साल और 216 दिन की उम्र में इस मील के पत्थर को हासिल किया.

    तीसरे और अंतिम सत्र की शुरुआत 326/7 पर की

    मेहमान टीम ने तीसरे और अंतिम सत्र की शुरुआत 326/7 पर की, जिसमें वाशिंगटन सुंदर (40*) और नितीश कुमार रेड्डी (85*) क्रीज पर नाबाद थे.

    वॉशिंगटन और नितीश ने मेलबर्न टेस्ट में शानदार और मजबूत प्रदर्शन करते हुए 127 रनों की साझेदारी कर भारत को निराशाजनक स्थिति से बाहर निकाला.

    निचले क्रम के दो बल्लेबाज मजबूत दिख रहे थे

    निचले मध्यक्रम के दो बल्लेबाज क्रीज पर मजबूत दिख रहे थे, वे बोर्ड पर रन बनाने और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ लड़ने के लिए दृढ़ थे.

    मेलबर्न में बूंदाबांदी शुरू होते ही रोशनी की स्थिति खराब हो गई, जिसके बाद अंपायरों को तीसरे दिन जल्दी स्टंप्स का फैसला करने के लिए मजबूर होना पड़ा.

    नीतीश रेड्डी और मोहम्मद सिराज क्रीज पर नाबाद

    तीसरे दिन स्टंप्स के समय, भारत 358/9 पर था, जिसमें नीतीश (105*) और मोहम्मद सिराज (2*) क्रीज पर नाबाद थे. मेहमान टीम अभी भी 116 रन से पीछे है.

    ऑस्ट्रेलिया से पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने 3-3 विकेट झटके. नाथन लायन को 2 विकेट मिले. एक दिन पहले शुक्रवार, 27 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 474 रन बनाए थे.

    भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, विराट कोहली, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, नीतीश रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप.

    ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), उस्मान ख्वाजा, सैम कोंस्टास, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रैविस हेड, मिचेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), मिचेल स्टार्क, नाथन लायन और स्कॉट बोलैंड.

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