Delhi Red Fort Blast: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के लाल किला क्षेत्र में हुए भयानक धमाके पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस विस्फोट के दोषियों को दी जाने वाली सजा इतनी कड़ी होगी कि पूरी दुनिया देखेगी, और इससे भविष्य में कोई भी व्यक्ति हमारे देश में इस तरह के हमले की हिम्मत न कर सके. शाह ने गुजरात के मोती भाई चौधरी सागर सैनिक स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यह बातें कही. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस होगी, और कोई भी व्यक्ति भविष्य में इस तरह के हमलों की कोशिश नहीं करेगा.
दिल्ली के लाल किला क्षेत्र में धमाका
सोमवार शाम को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के नजदीक एक तेज धमाका हुआ, जब एक धीमी रफ्तार हुंडई 120 कार में विस्फोट हो गया. इस भीषण धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. धमाके की तीव्रता इतनी थी कि आसपास के वाहन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और इलाके में भारी तबाही मच गई. जांच एजेंसियों ने घटनास्थल का जायजा लिया और मामले की तहकीकात शुरू कर दी है.
फरीदाबाद आतंकी नेटवर्क का हाथ
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि इस धमाके का संबंध हाल ही में फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी नेटवर्क से हो सकता है. कुछ संदिग्धों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि कुछ अन्य फरार हैं और उनकी तलाश जारी है. इसके अतिरिक्त, फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय को भी जांच के दायरे में लिया गया है, जहां कुछ संदिग्ध गतिविधियाँ सामने आई हैं.
सीसीएस की बैठक में आतंकी घटना करार
दिल्ली के लाल किले के पास हुए इस आतंकवादी हमले की निंदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति (सीसीएस) की बैठक में की गई. इस बैठक में सरकार ने इस हमले को एक आतंकवादी घटना मानते हुए कड़े कदम उठाने का संकल्प लिया. साथ ही, हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना भी प्रकट की गई. मोदी सरकार ने सुरक्षा के मसले पर गंभीरता दिखाते हुए इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने का भरोसा दिलाया.
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