लखनऊ (उत्तर प्रदेश): बहुप्रतीक्षित 2025 महाकुंभ शुरू होने के साथ, भक्त दो नदियों - गंगा और यमुना के संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए संगम पर एकत्र हो रहे हैं. लगभग 10 मिलियन लोगों ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई है.
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने सोमवार को कहा कि लगभग 10 मिलियन लोगों ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई है. डीजीपी कुमार ने एएनआई को बताया, "अब तक, लगभग 1 करोड़ भक्तों ने पहले 'अमृत स्नान' के दिन संगम क्षेत्र में पवित्र डुबकी लगाई है."
किसी भी दुर्घटना की कोई सूचना नहीं मिली है
उन्होंने कहा कि संगम पर श्रद्धालुओं की भीड़ जारी रहने के कारण पुलिस कर्मी तैनात हैं और पुलिस प्रशासन ड्रोन के माध्यम से क्षेत्र की निगरानी कर रहा है. डीजीपी ने कहा कि किसी भी दुर्घटना की कोई सूचना नहीं मिली है.
डीजीपी कुमार ने कहा, "संगम पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार जारी है. पुलिसकर्मी वहां मौजूद हैं, ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है. सुरक्षा के लिए अंडरवाटर ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया है. अभी तक हमें प्रयागराज क्षेत्र एवं प्रदेश में किसी अप्रिय घटना घटित होने की कोई सूचना नहीं मिली है. सभी वरिष्ठ अधिकारी और सीएमओ कार्यालय स्थिति पर नजर रख रहे हैं."
सड़कों पर यातायात के प्रवाह में कोई बाधा नहीं है
उन्होंने कहा, "सड़क मार्ग से आने वाले भक्तों के लिए परिवहन विभाग द्वारा की गई सभी व्यवस्थाएं भी सुचारू रूप से चल रही हैं. प्रयागराज की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर यातायात के प्रवाह में कोई बाधा नहीं है. आज की व्यवस्थाओं में हमें जो कमियां नजर आएंगी, उन्हें कल के 'अमृत स्नान' के लिए सुधारने पर काम किया जाएगा."
दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन, महाकुंभ 2025, आधिकारिक तौर पर प्रयागराज में शुरू हो गया है, जो 45 दिनों के भव्य आध्यात्मिक आयोजन की शुरुआत है. महाकुंभ 2025 का आयोजन 10,000 एकड़ क्षेत्र में किया जा रहा है.
हजारों श्रद्धालु पहले से ही त्रिवेणी संगम पर उमड़े हैं
पवित्र स्नान में भाग लेने के लिए हजारों श्रद्धालु पहले से ही त्रिवेणी संगम पर गंगा, यमुना और रहस्यमयी सरस्वती नदी के पवित्र संगम पर उमड़ पड़े हैं.
सरकार ने इस आयोजन की सावधानीपूर्वक योजना बनाई है. प्रमुख व्यवस्थाओं में मेला क्षेत्र में 0.15 मिलियन शौचालय, 15,000 स्वच्छता कार्यकर्ता, 2,500 गंगा सेवा दूत (स्वयंसेवक) और 0.15 मिलियन तंबू शामिल हैं. राज्य सरकार ने 69,000 एलईडी लाइटें स्थापित की हैं, जिनमें सोलर हाइब्रिड स्ट्रीट लाइटिंग, 2,750 भीड़-निगरानी कैमरे और 24/7 एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) निगरानी शामिल है. इसके अतिरिक्त, 10 डिजिटल खोया-पाया केंद्र, जमीन पर 25,000 कर्मचारी और 1,800 हेक्टेयर में पार्किंग सुविधाएं होंगी.
पुलिस ने फ्लोटिंग पुलिस चौकी की स्थापना की है
पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सोमवार को शुरू हुए 45 दिवसीय महाकुंभ के मद्देनजर उत्तर प्रदेश पुलिस ने श्रद्धालुओं की सहायता के लिए एक फ्लोटिंग पुलिस चौकी की स्थापना की है. कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों सहित 10,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है.
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संगम पर एक 'जल एम्बुलेंस' तैनात की है. चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित और डॉक्टरों और एनडीआरएफ अधिकारियों से सुसज्जित एम्बुलेंस पूरे आयोजन के दौरान 24/7 संचालित होगी.
10 मिलियन श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं
महाकुंभ 2025 के पहले दिन अब तक लगभग 10 मिलियन श्रद्धालु संगम में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं. 13 जनवरी से शुरू हुआ यह आयोजन 26 फरवरी तक जारी रहेगा. प्रमुख स्नान तिथियों में 14 जनवरी (मकर संक्रांति - पहला शाही स्नान), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या - दूसरा शाही स्नान), 3 फरवरी (बसंत पंचमी - तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा), और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) शामिल हैं.
महाकुंभ 12 साल बाद मनाया जा रहा है और इस आयोजन में 450 मिलियन से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होगा.
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