पंचकूलाः हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मंगलवार को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधेयक का स्वागत करते हुए कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव काम की गति और वित्त के बीच संतुलन बनाएगा. उन्होंने विधेयक पर विपक्ष के विरोध को भी खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस हर अच्छी पहल का विरोध करती है, यही उनका एकमात्र एजेंडा है.
'यह विधेयक पारित होना चाहिए'
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा, "लगातार चुनावों में बहुत खर्च होता है और विकास और प्रगति धीमी हो जाती है. एक राष्ट्र एक चुनाव काम की गति और वित्त के बीच संतुलन बनाएगा. यह विधेयक पारित होना चाहिए. कांग्रेस हर अच्छी पहल का विरोध करती है, यही उनका एकमात्र एजेंडा है."
इससे पहले आज, संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 'और' केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक, 2024 'को औपचारिक रूप से लोकसभा में पेश किया गया, जिसके बाद सदस्यों ने इस पर मतदान किया. विधेयक में 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' या लोकसभा और राज्य विधानसभाओं दोनों के लिए एक साथ चुनाव का प्रस्ताव है. विधेयक को विस्तृत चर्चा के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को भेजा जाएगा. मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में विधेयक पेश करने पर मतदान के परिणाम की घोषणा की. मतदान में 269 सदस्यों ने पक्ष में (हां) और 196 ने विपक्ष में (नहीं) मत दिया.
विधेयक को जेपीसी को भेजने पर सहमति
इसके बाद कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 को औपचारिक रूप से पेश किया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान के जवाब में विधेयक को जेपीसी को भेजने पर सहमति जताई. लोकसभा में बोलते हुए अमित शाह ने कहा, "जब एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक को मंजूरी के लिए कैबिनेट में लाया गया था, तो पीएम मोदी ने कहा था कि इसे विस्तृत चर्चा के लिए जेपीसी को भेजा जाना चाहिए. अगर कानून मंत्री विधेयक को जेपीसी को भेजने के लिए तैयार हैं, तो इसे पेश करने पर चर्चा समाप्त हो सकती है."
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