Mumbai: भारतीय नौसेना के अधिकारियों के अनुसार बुधवार शाम को हुई मुंबई नौका दुर्घटना में एक पुरुष और एक लड़के सहित दो लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. लापता लोगों को खोजने के लिए भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का आदेश
भारतीय नौसेना के अधिकारियों के अनुसार, क्षेत्र में आठ नौसैनिक शिल्प और एक हेलीकॉप्टर के साथ एक भारतीय तटरक्षक पोत तैनात किया गया है. इसके अलावा, भारतीय नौसेना ने दुर्घटना की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है. नौसेना आगे की कार्रवाई पर पुलिस सहित सभी एजेंसियों के साथ सहयोग और समन्वय कर रही है.
यह घटना तब हुई जब भारतीय नौसेना ने इंजन की खराबी के कारण मुंबई हार्बर में इंजन परीक्षण करते समय नियंत्रण खो दिया. नतीजतन, नाव एक यात्री नौका से टकरा गई जो बाद में पलट गई. अब तक बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अनुसार, मुंबई नाव दुर्घटना में कुल 105 लोगों को पांच अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 90 को या तो छुट्टी दे दी गई है या उनकी हालत स्थिर है.
मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान
बीएमसी ने यह भी बताया कि दो लोगों की हालत गंभीर है और 13 लोगों की मौत हो गई है. बीएमसी ने कहा, "भारतीय नौसेना सहित विभिन्न एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव अभियान अभी भी जारी है." नौसेना की नाव पर सवार छह लोगों में से चार की मौत हो गई है, जो नौका से टकरा गई थी, जबकि उनमें से एक गंभीर रूप से घायल है. भारतीय नौसेना के अधिकारियों के अनुसार, नौका में 20 बच्चों सहित लगभग 110 यात्री सवार थे.
बुधवार को, नरेंद्र मोदी ने मुंबई में नाव दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की भी घोषणा की . महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आश्वासन दिया है कि सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी, बचाव अभियान जारी है. उन्होंने घोषणा की कि जान गंवाने वालों के परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी.
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