भोपाल (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि उनकी सरकार राज्य के धार्मिक शहरों में अपनी नीतियों में संशोधन करने के बारे में सोच रही है और उन शहरों में शराब पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है.
सीएम यादव ने जोर देकर कहा कि कई संतों ने इसके लिए सुझाव दिए हैं और राज्य सरकार धार्मिक शहरों की सीमा के भीतर शराब की दुकानों को बंद करने पर गंभीरता से विचार कर रही है.
हम गंभीर हैं और जल्द ही इस संबंध में निर्णय लेंगे
सीएम यादव ने एएनआई को बताया, "वर्तमान बजट वर्ष समाप्त होने वाला है और हमारी सरकार सोच रही है कि हमें धार्मिक शहरों में अपनी नीति में संशोधन करना चाहिए और उन शहरों में शराब पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए. कई संतों ने सुझाव दिए हैं और हमारी सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है कि हमें अपने धार्मिक शहरों की सीमा के भीतर इन उत्पाद शुल्क की दुकानों को बंद कर देना चाहिए ताकि हम धार्मिक माहौल के बारे में लोगों की शिकायतों की दिशा में ठोस कदम उठा सकें. हम गंभीर हैं और जल्द ही इस संबंध में निर्णय लेंगे."
#WATCH भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, "हमारी सरकार धार्मिक नगरों पर अपनी नीति में संशोधन करने और धार्मिक नगरों से शराब पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में आगे बढ़ने पर विचार कर रही है। अनेक संतों ने सुझाव दिया है और हमारी सरकार इस बात पर गंभीरता से विचार कर रही… pic.twitter.com/PHRX2fWcu2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 13, 2025
इसके अलावा सीएम यादव सोमवार को उज्जैन जिले में केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल की मौजूदगी में 614 करोड़ रुपये की सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का भूमिपूजन करने वाले हैं. इस परियोजना से क्षिप्रा नदी में पर्याप्त जल-स्तर बना रहेगा तथा उज्जैन के लोगों को पर्याप्त पेयजल भी उपलब्ध होगा.
संतुष्टि है कि अब साल भर क्षिप्रा में स्नान कर सकेंगे
यादव ने कहा, "आज केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का भूमि पूजन करने आ रहे हैं. इस परियोजना के साथ, हम सिंहस्थ 2028 के दौरान अपने संतों को पवित्र क्षिप्रा नदी के पवित्र जल से स्नान करा सकेंगे. मुझे संतोष है कि हम उस दिशा में ठोस कदम उठाने में सफल रहे. इससे पहले 2004 में, हम उन्हें गंभीर नदी के पानी में स्नान कराने में सक्षम थे क्योंकि क्षिप्रा नदी में पानी की मात्रा बहुत कम है. सिंहस्थ 2016 के दौरान संतों ने नर्मदा जी के जल से स्नान किया. लेकिन हमें संतुष्टि है कि अब हम साल भर क्षिप्रा में स्नान कर सकेंगे."
उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश सरकार राज्य में इस तरह के जनहित के कार्य करती रहेगी और राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दीं.
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