लखनऊ : प्रतिबंधित चाइनीज लहसुन की बिक्री पर उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट शनिवार को सख्त हुआ. कोर्ट ने सवाल पूछा है कि 2014 से प्रतिबंधित यह लहसुन कैसे बाजार में बिक रहा है. अदालत ने खाद्य सुरक्षा आयुक्त, डीएम लखनऊ को इसकी जांच के आदेश दिए हैं. भारत 24 को यह खबर मिली है.
यह मामला तब सामने जब इस इस बैरायटी के लहसुन को आधा किलो लेकर वकील कोर्ट में पहुंचे. इस लहसुन को खाने से बीमारियां होती हैं.
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कोर्ट ने सवाल किया कि जब यह लहसुन 2014 से प्रतिबंधित है तो बाजार में कैसे बिक रहा है. हाईकोर्ट ने चाइनीज लहसुन की बिक्री पर नाराजगी जताई और खाद्य सुरक्षा आयुक्त, डीएम लखनऊ को जांच के आदेश दिए हैं.
मोतीलाल यादव की याचिका पर हाईकोर्ट ने सुनवाई की. हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में अब मामले पर अगली सुनवाई 1 अक्टूबर को होगी.
कोर्ट ने पूछा- बैन लहसुन की बिक्री रोकने का क्या है तंत्र
अदालत ने सवाल पूछा है कि कि इस प्रतिबंधित चाइनीज लहसुन की बिक्री रोकने के लिए क्या तंत्र है. चिनहट बाजार में धड़ल्ले से बिक रहा है चाइनीज लहसुन
खूबसूरत दिखने वाला लहसुन खाने से बीमारियां हो रही हैं. फूड सेफ्टी विभाग, STF मंडियों में अब इस लहसुन को ढूंढ़ रही है.
नेपाल के रास्ते इस तरह भारत में पहुंच रह चाइनीज लहसुन
यह लहसुन नेपाल के रास्ते उत्तर प्रदेश के महराजगंज, बहराइच, लखीमपुर खीरी के रास्ते आ रहा है.
चाइनीज लहसुन की खेती चीन के शेडोंग प्रांत में होती है. चीनी लहसुन का आकार बड़ा है और रंग चमकीला सफेद. इसमें जिंक, आर्सेनिक जैसी हानिकारक धातु मौजूद है. इसमें सिंथेटिक है, जो लिवर के लिए नुकसानदेह है. चाइनीज लहसुन खाने से कैंसर जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं.
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