लेबनान ने पवित्र दिन योम किप्पुर उपवास के दिन इज़रायल पर कई रॉकेट दागे, नागरिक इमारत पर किया हमला

    आईडीएफ के अनुसार, लेबनान से मध्य इज़रायल में घुसने वाले दो यूएवी की पहचान की गई है. एक नागरिक इमारत पर हमला किया गया है और एक यूएवी को रोक दिया गया है.

    लेबनान ने पवित्र दिन योम किप्पुर उपवास के दिन इज़रायल पर कई रॉकेट दागे, नागरिक इमारत पर किया हमला
    रॉकेट हमले की एक प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo- ANI

    तेल अवीव (इज़रायल) : इज़रायल रक्षा बलों (IDF) ने शनिवार को कहा कि योम किप्पुर उपवास (यहूदी कैलेंडर का सबसे पवित्र दिन) शुरू होने के बाद से लेबनान से कई रॉकेट लॉन्च किए हैं.

    आईडीएफ के अनुसार, लेबनान से मध्य इज़रायल में घुसने वाले दो यूएवी की पहचान की गई है. एक नागरिक इमारत पर हमला किया गया है और एक यूएवी को रोक दिया गया है.

    एक्स पर एक पोस्ट में, आईडीएफ ने कहा, "योम किप्पुर उपवास की शुरुआत के बाद से, लेबनान से कई रॉकेट लॉन्च किए गए हैं.

    लेबनान से मध्य इज़रायल हमला करने वाली दो यूएवी की पहचान

    कुछ समय पहले, लेबनान से मध्य इज़रायल में घुसने वाले दो यूएवी की पहचान की गई थी. लेबनान की सीमा पार करने के क्षण से ही यूएवी पर नज़र रखी जा रही थी. एक नागरिक इमारत पर हमले किया गया है और एक यूएवी को रोक दिया गया."

    शुक्रवार दोपहर को इज़रायल ने योम किप्पुर के लिए अपना काम बंद कर दिया. यह यहूदी प्रायश्चित दिवस और यहूदी कैलेंडर का सबसे पवित्र दिन है. टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, 1973 के बाद पहली बार इज़रायल के पवित्र दिन पर एक्टिव युद्ध में शामिल है. इज़रायल हाई अलर्ट पर था, सैनिकों ने लेबनान और गज़ा में युद्ध अभियान जारी रखा और लगातार रॉकेट फायर और ईरान के साथ चल रहे तनाव के बीच लोगों को चेतावनी देने के लिए विशेष अलर्ट सिस्टम लगाए गए थे.

    छुट्टी के दिन इज़रायल पर 120 से अधिक रॉकेट दागे गए

    छुट्टी के पहले घंटों में इजरायल पर 120 से अधिक रॉकेट दागे गए. यह दिन आत्मनिरीक्षण का भी था क्योंकि इज़रायल ने 7 अक्टूबर को हमास हमले के बाद एक साल के दर्द और पीड़ा के बारे में सोच रहा है, जिसके बाद से इज़रायल आतंकवादी समूह के साथ युद्ध में लगा हुआ है. सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए, आईडीएफ होम फ्रंट कमांड ने लोगों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि वे रॉकेट और मिसाइल हमलों जैसे विशिष्ट खतरों के बारे में उन्हें सचेत करने के लिए विशेष चेतावनी प्रणाली तक पहुंच सकते हैं, या युद्ध के आगे बढ़ने की स्थिति में व्यापक चेतावनियां प्राप्त कर सकते हैं.

    इज़रायली लोग मौन टेलिविजन और रेडियो स्टेशन को फॉलो कर सकते हैं 

    टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, लोग रेडियो और टेलीविज़न पर एक प्रसारण स्टेशन सक्रिय कर सकते हैं जो मौन रूप से प्रसारित होगा, सिवाय रॉकेट चेतावनी सायरन के, जो वास्तविक समय में ज़ोर से प्रसारित किया जाएगा. होम फ्रंट कमांड आने वाले रॉकेटों के बारे में चेतावनी देने के लिए सेल फोन और अपने ऐप के माध्यम से चेतावनी प्रणाली का इस्तेमाल करना जारी रखेगा.

    उपवास शुरू होने से पहले एक घंटे में उत्तरी इज़रायल में 120 से अधिक रॉकेट दागे गए, जिनमें से अधिकांश को रोक दिया गया. कई रॉकेट खुले इलाकों में गिरे और आग लग गई. हालांकि, किसी के घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है.

    धार्मिक और पारंपरिक यहूदियों के लिए, उपवास और प्रार्थना की 25 घंटे की अवधि तेल अवीव में शाम 5:51 बजे (स्थानीय समय) शुरू हुई और शनिवार को शाम 6:48 बजे (स्थानीय समय) समाप्त होगी. वर्तमान में, इज़राइली सैनिक गाजा पट्टी और दक्षिणी लेबनान में लड़ रहे हैं.

    इज़रयल वेस्ट बैंक में अपनी सेना के मौजूदगी को बढ़ा रहा है

    इसके अलावा, IDF ने शुक्रवार को कहा कि वह बस्तियों और सुरक्षा अवरोध की रक्षा के लिए अधिक लड़ाकू प्लाटून के साथ अपनी वेस्ट बैंक में मौजूदगी को मजबूत कर रहा है, टाइम्स ऑफ इज़रायल ने यह रिपोर्ट दी है. हाल ही में हुए आतंकी हमलों के बाद पूरे देश में इज़रायल पुलिस हाई अलर्ट पर है. इज़रायल में अस्पताल भी आपातकालीन स्थिति में काम कर रहे हैं और टीमें किसी भी घटना का जवाब देने के लिए तैयार हैं.

    जारी युद्ध के बावजूद, देश का ज्यादातर हिस्सा परंपराओं के अनुसार बंद रहा. बेन गुरियन हवाई अड्डे से आने-जाने वाली सभी उड़ानें शुक्रवार को दोपहर 2 बजे (स्थानीय समय) बंद हो गईं. टाइम्स ऑफ़ इज़रायल की रिपोर्ट के अनुसार, हवाई अड्डा शनिवार रात को फिर से खुलेगा, जहां आगमन रात 10:30 बजे शुरू होगा, जबकि प्रस्थान एक घंटे बाद शुरू होगा.

    इस अवधि के दौरान, इज़रायल का हवाई क्षेत्र भी यहां से गुजरने वाली उड़ानों के लिए बंद है. सीमा पार करने वाले मार्ग भी बंद कर दिए गए हैं और शनिवार देर रात फिर से खुलेंगे. दोपहर 1 बजे ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया और रविवार सुबह से परिचालन शुरू होगा. राष्ट्रीय परंपरा के अनुसार, शुक्रवार शाम तक सड़कें कारों से काफी हद तक खाली हो गई थीं. यहूदी प्रायश्चित दिवस के दौरान वाहन चलाना वर्जित माना जाता है.

    यह भी पढ़ें : 'तमिलनाडु की बुद्ध की मूर्ति से लेकर लद्दाख की रंग-बिरंगी मेज तक', PM Modi ने लाओस में नेताओं को दिए उपहार

    भारत