Lal Bahadur Shastri Death Anniversary 2025: भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के बारे में ये बातें नहीं जानते होंगे आप

    भारत आज अपने दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी 59वीं पुण्यतिथि पर याद कर रहा है.

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    लाल बहादुर शास्त्री

    Lal Bahadur Shastri Death Anniversary 2025: भारत आज अपने दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी 59वीं पुण्यतिथि पर याद कर रहा है. उनका प्रतिष्ठित नारा, "जय जवान जय किसान", सैनिक और किसान को एक करता है, जो पीढ़ियों से गूंजता आ रहा है. उन्होंने अपनी विनम्रता और सौम्य व्यवहार से लोगों से जुड़ाव बनाया, जिसमें दृढ़ निश्चयी भावना छिपी थी. 1964 में जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद शास्त्री ने बागडोर संभाली. वे पहले ही भारत की पहली स्वतंत्र सरकार में गृह मंत्री और रेल मंत्री जैसी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा चुके थे.

    बिना जूतों के कई मील पैदल चलकर स्कूल जाते थे

    लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सात मील दूर एक छोटे से रेलवे शहर मुगलसराय में हुआ था. उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे, जिनकी मृत्यु तब हुई जब लाल बहादुर शास्त्री केवल डेढ़ साल के थे. उन्हें हाई स्कूल जाने के लिए वाराणसी में एक चाचा के पास रहने के लिए भेजा गया था. नन्हे, या 'छोटा', ​​कहकर उन्हें घर पर बुलाया जाता था. गर्मियों की तपिश में सड़कों पर जलने के बावजूद वो बिना जूतों के कई मील पैदल चलकर स्कूल जाते थे.

    महात्मा गांधी के शिष्य

    बड़े होने पर उन्हें ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष में रुचि हो गई. वे महात्मा गांधी से प्रेरित थे और 16 वर्ष की आयु में असहयोग आंदोलन में शामिल हो गए. 1927 में उन्होंने विवाह कर लिया. उनकी पत्नी, ललिता देवी, उनके गृह नगर के पास मिर्जापुर से आई थीं. लाल बहादुर शास्त्री ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लिया, कई वर्षों तक जेल में रहे. इसने उनके नेतृत्व गुणों को निखारा. स्वतंत्रता के बाद उन्हें सरकार में महत्वपूर्ण भूमिकाएं सौंपी गईं.

    राजनीतिक करियर (1947-1964)

    कांग्रेस पार्टी के लिए अथक कार्यकर्ता लाल बहादुर शास्त्री ने मंत्री पद के कर्तव्यों के बीच अपने संगठनात्मक जादू को बुना. उनकी लगन और प्रतिभा पार्टी के पंखों के नीचे हवा की तरह थी, जिसने उन्हें 1952, 1957 और 1962 में शानदार जीत दिलाई.

    भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का 27 मई 1964 को पद पर रहते हुए निधन हो गया था. उसके बाद लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री बने. लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल में 1965 का भारत-पाकिस्तान युद्ध हुआ. 1965 के युद्ध के दौरान लाल बहादुर शास्त्री के नारे 'जय जवान, जय किसान' ने खाद्यान्न संकट के बीच सैनिकों के साथ-साथ किसानों का मनोबल बढ़ाया. भारत के खाद्य उत्पादन को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए शास्त्री ने 1965 में भारत में हरित क्रांति को भी बढ़ावा दिया. प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल केवल 19 महीने का था. 11 जनवरी 1966 को ताशकंद में उनका निधन हो गया.

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