शहद तो आप खाते ही होंगे, लेकिन तुलसी, जामुन, सरसों, सहजन और लीची शहद का स्वाद शायद ही चखा होगा. बता दें कि ट्रेड फेयर में हॉल नंबर-1 के झारखंड पविलियन में ये सभी फ्लेवर के शहद उपलब्ध हैं. साथ ही झारखंड में अलग-अलग फ्लेवर के शहद नेचुरल तरीके से तैयार किया जाता है.
जानकारी के लिए बता दें कि विभाग के करुणेश कुमार सिंह के मुताबिक एक बॉक्स में मधुमक्खियों के छत्ते तैयार किए जाते हैं. जिस फ्लेवर का शहद तैयार करना होता है, वहीं बॉक्स रख दिया जाता है. इसके बाद अगर सरसों का शहद तैयार करना होता है तो सरसों के खेतों के पास मधुमक्खियों का बॉक्स रख दिया जाता हैं. साथ ही इसी तरह बाकी शहद तैयार किए जाते हैं. बता दें कि फरवरी में सरसों की खेती के समय सरसों का शहद और मार्च में लीची का शहद तैयार किया जाता है, अक्टूबर-नवंबर में तुलसी का शहद. दरअसल अलग-अलग फ्लेवर के एक साल में करीब 40-50 किलोग्राम तक शहद तैयार हो जाता हैं, और इसके अलग-अलग फ्लेवर के शहद का दाम 500-600 रुपये/किलोग्राम बताया जाता है.
आपको बता दें कि ट्रेड फेयर में अफगानी ड्राई फ्रूट्स की भी काफी डिमांड में है. जहां इसका हॉल नंबर-3 में इनके कई स्टॉल लगे हैं. साथ ही अफगानी स्टॉल चलाने वाले कयामुद्दीन के मुताबिक अखरोट 2000 रुपये/किलो, खजूर की कीमत 2500 रुपये/किलो, सफेद बादाम 50 हजार रुपये/किलो, अफगानिस्तान का मामरा बादाम 5,000 रुपये/किलो है. इसके अलावा गोल्डन बादाम की कीमत 6,000-15,000 रुपये/किलो है. अफगानी खजूर की मांग सबसे ज्यादा होती है.