IITF 2023: देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में 42वें भारतीय अतंरराष्ट्रीय व्यापार मेले (India International Trade Fair) का आयोजन 14 से 27 नवंबर तक किया जा रहा है. इस बार कई तरह के इंतजाम किए गए हैं, जिससे मेला अलग ही अंदाज में नजर आएगा. ऐसा पहली बार है जब बच्चों के लिए किड्स जोन भी बनाए गए हैं. यहां पर उनके लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, प्रगति मैदान में करीब 1.03 लाख वर्गमीटर में 42वां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला लगाया जा रहा है. पिछले साल करीब 73000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में ट्रेड फेयर आयोजित हुआ था. इस बार 12 देशों के प्रतिनिधियों के अलावा देश के अलग-अलग राज्यों के 3500 से ज्यादा वितरक भी शामिल होंगे. मेले में जी-20 सहयोगी देशों के साथ स्वदेशी व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण समझौते भी होंगे.
42वें भारतीय अतंरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार और केरल पार्टनर स्टेट के रूप में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा, इसके अलावा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और झारखंड बतौर फोकस स्टेट रहेंगे. इसके तहत दर्शक इन राज्यों के मंडपों में नजदीक से देख पाएंगे और खरीदारी भी आराम से कर सकेंगे.
IITF के अधिकारियों के अनुसार, इस बार केरल पवेलियन हॉल संख्या पांच में है. वहीं, उत्तर प्रदेश और बिहार के पवेलियन हॉल संख्या-2 में बनें हैं. इसके अलावा, राजधानी दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र राज्यों के पवेलियन हॉल संख्या-1 में बने हैं.
मेला प्रबंधकों के मुताबिक, इस वर्ष मेले में अधिक वितरक और आगंतुकों के आने की उम्मीद है. आईटीपीओ के मेला विभाग के उप महाप्रबंधक कृष्ण कुमार पहले ही कह चुके हैं कि 14 दिनों (14-27 नवंबर) तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में लगभग 12 लाख दर्शकों के आने की उम्मीद है. इस बार हॉल संख्या 1 से 14 तक में मेला आयोजित किया जाएगा और इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है.
आईटीपीओ के अधिकारियों का कहना है कि इस बार दर्शकों के पास पिछली बार के ट्रेड फेयर के मुकाबले घूमने के लिए अधिक जगह होगी. इसके साथ ही खाने-पीने की सुविधा भी ज्यादा मिलेगी. इससे भीड़भाड़ भी कम होगी. इस बार एंफीथियेटर में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पिछले साल के मुकाबले ज्यादा होंगे. वैसे हर साल कला-संस्कृति से जुड़े आयोजन होते हैं.
इस बार 1.03 लाख वर्गमीटर में 42वां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला लगाया जाएगा. ऐसे में सामान के अलावा निजी कंपनियों के स्टॉल की संख्या भी इस साल अधिक रहेगी. आईटीपीओ के मुताबिक स्वयं सहायता समूह की महिला उद्यमियों को इस बार मेले में ज्यादा जगह मिलेगी.