Human Metapneumovirus (HMPV Virus): भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के कई मामले दर्ज किए गए हैं, जो एक श्वसन वायरस है और हल्के से लेकर गंभीर लक्षण पैदा करता है. मंगलवार को, बेंगलुरु, अहमदाबाद, चेन्नई और सलेम में संक्रमण की पहले की रिपोर्ट के बाद नागपुर में दो नए मामले सामने आए. HMPV मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर मानसिक रोगियों को प्रभावित करता है.
इन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है वायरस
द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित 2021 के एक अध्ययन में 2018 में पांच साल से कम उम्र के बच्चों पर ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के महत्वपूर्ण प्रभाव पर प्रकाश डाला गया है. शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि वैश्विक स्तर पर इस आयु वर्ग में HMPV से जुड़े तीव्र निचले श्वसन संक्रमण (ALRI) के लगभग 14.2 मिलियन मामले थे.
अध्ययन में कहा गया है, "एक वर्ष से कम उम्र के शिशुओं को सभी विश्व बैंक आय क्षेत्रों और बाल मृत्यु दर सेटिंग्स में गंभीर ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस संक्रमण के असमान रूप से उच्च जोखिम का सामना करना पड़ता है, जो श्वसन सिंकिटियल वायरस (RSV) और इन्फ्लूएंजा वायरस के समान है." इसने आगे बताया कि निम्न और निम्न-मध्यम आय वाले देशों में छह महीने से कम उम्र के शिशुओं को HMPV से जुड़े ALRI से मौत का सबसे बड़ा खतरा है.
HMPV और कोरोना में क्या अंतर है?
HMPV और COVID-19 की गंभीरता और प्रबंधन में काफी अंतर है. दोनों वायरस श्वसन संबंधी लक्षण पैदा करते हैं, लेकिन HMPV के कारण आम तौर पर हल्के सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण होते हैं. हालांकि, यह ज्यादा खतरे वाले ग्रुप में ब्रोंकियोलाइटिस या निमोनिया तक बढ़ सकता है. इसके विपरीत, COVID-19 बिना लक्षण वाले मामलों से लेकर गंभीर जटिलताओं तक हो सकता है, जिसमें निमोनिया, गंध और स्वाद का गायब होना और कई अंगों का फेल होना शामिल है. इसके अलावा, COVID-19 के लिए टीके और एंटीवायरल उपचार उपलब्ध हैं, जबकि HMPV के लिए वर्तमान में केवल लक्षणों से राहत के लिए सहायक देखभाल विकल्प उपलब्ध हैं. इसके अलावा, COVID-19 का वैश्विक स्तर पर व्यापक प्रभाव पड़ा है, जिसके कारण HMPV के मौसमी प्रभाव की तुलना में स्वास्थ्य संबंधी अधिक विविध और गंभीर परिणाम सामने आए हैं.
भारत में HMPV टेस्ट कितने रुपये में करा सकते हैं?
HMPV टेस्ट के लिए बायोफायर पैनल जैसे एडवांस डायग्नोस्टिक टूल की आवश्यकता होती है, जो HMPV सहित कई रोगजनकों की पहचान कर सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, डॉ लाल पैथलैब्स, टाटा 1एमजी लैब्स और मैक्स हेल्थकेयर लैब्स जैसी प्रमुख लैब में HMPV RT-PCR टेस्ट की लागत 3,000 रुपये से लेकर 8,000 रुपये तक है. HMPV के साथ-साथ अन्य श्वसन रोगजनकों को कवर करने वाले व्यापक टेस्ट की लागत ₹20,000 तक हो सकती है. परीक्षण के लिए नमूनों में नासॉफिरिन्जियल स्वैब, थूक और श्वासनली एस्पिरेट शामिल हैं.
ये भी पढ़ेंः Satya Nadella: भारत में 3 अरब डॉलर का निवेश, लाखों लोगों को AI ट्रेनिंग... माइक्रोसॉफ्ट ने बनाया ये मेगा प्लान